फतेहपुर: चौक के व्यापारियों के आगे बौना हुआ जिला प्रशासन..? क्या थम जाएगा अतिक्रमण अभियान..?
शहर के चौक बाज़ार जब अतिक्रमण अभियान पहुंचा तो अतिक्रमण के जद में आए व्यापारियों ने लामबन्द होकर जिलाधिकारी के खिलाफ कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया,औऱ एक शिकायती ज्ञापन के माध्यम से अपनी समस्याओं को जिलाधिकारी के समक्ष रखा पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्
फ़तेहपुर: पिछले कई महीनों से शहर के सुंदरीकरण के लिए कमर कसे जिलाधिकारी आञ्जनेय कुमार सिंह का चल रहा अतिक्रमण विरोधी अभियान जब चौक बाजार पहुंचा तो वहां के व्यापारियों ने इस अभियान का विरोध करना शुरू कर दिया। आज भारी संख्या में चौक के व्यापारियों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर अतिक्रमण अभियान रोकने के लिए प्रदर्शन किया।
युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि शहर में चल रही तोड़फोड़ पूरी तरह से अब बंद होनी चाहिए,उन्होंने जिलाधिकारी के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि सोमवार को जिलाधिकारी ने हम लोगों की समस्याओं को लेकर मिलने वाले थे, लेकिन जब हम आज अपनी समस्याओं को लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे तो पता चला जिलाधिकारी महोदय लखनऊ चले गए हैं साथ ही उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि, यदि जिला प्रशासन हमारी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए चौक में तोड़ फोड़ बन्द नहीं करता तो हम लोग मंगलवार को सुबह ग्यारह बसों से समस्त व्यपारियो के साथ लखनऊ जाएंगे औऱ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपनी समस्या बताएंगे।
उन्होंने इसके साथ जिले के विधायकों और सांसद के ऊपर भी आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से पूरे शहर में तोड़ फोड़ हुई और स्थानीय जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे रहे,इसका खामियाजा इनको आने वाले चुनावों में भुगतना पड़ेगा।
गौरतलब है कि चौक में वर्मा तिराहे से लेकर बाकरगंज चौराहे तक दस मीटर का मानक प्रशासन ने रखा है, जो कि पहले बारह मीटर का था,लेकिन व्यापारियों का साफ़ तौर पर कहना था कि वह चौक में किसी भी प्रकार की तोड़फोड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे, उनका कहना था कि हम लोगों का दस मीटर में भी पूरा का पूरा व्यापार चौपट हो जाएगा औऱ हम लोगों के समक्ष रोजीरोटी का संकट पैदा हो जाएगा।
उधर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सदर विधायक की पहल के चलते चौक में अतिक्रमण अभियान रोका जा सकता है, वहीं दूसरी ओर जिन लोगों का अभी तक इस अभियान के तहत मकान या दुकान टूट चुकी हैं, वो लोग चौक में अतिक्रमण रोके जाने को लेकर आक्रोशित हैं,अब देखने वाली बात होगी कि क्या चौक के व्यापारियों के आगे जिला प्रशासन घुटने टेक देता है या ये अभियान बिना किसी रोक टोक के बदस्तूर जारी रहता है।