फतेहपुर:छात्रों की ग़रीबी को कैसे सरेआम नीलाम कर रहीं हैं इस राजकीय हाईस्कूल की प्रिंसिपल..!
फतेहपुर के हंसवा विकास खण्ड क्षेत्र अन्तर्गत स्थित एक राजकीय हाईस्कूल में स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों से स्कूल में ही मजदूरी कराने का मामला प्रकाश में आया है...पढ़े पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर।
फतेहपुर:हद हो गई..बाबा जी आपके राज्य में!.जब आप इस सूबे की सत्ता के सिंहासन में बैठे तो मानो ऐसा लगा कि मोदी जी देश मे भले ही राम राज्य न ला पाए हो पर आप प्रदेश को ज़रूर रामराज्य से युक्त कर देंगे।लेक़िन भ्रष्ट हो चुके सरकारी मुलाजिम औऱ बेलगाम नौकरशाही पर आप भी लगाम लगाने में अब तक असफ़ल ही साबित हुए हैं, जो अपने आप में एक बड़ा सवालिया निशान है!बदहाल हो चुकी सरकारी शिक्षा व्यवस्था दिन ब दिन और बद से बदतर होती चली जा रही है।हर साल शिक्षा पर खर्ज हो रहे हजारों करोड़ रुपयों के बावजूद शिक्षा का स्तर उठने के बजाय निम्न होता चला जा रहा है।जिसकी पूरी जिम्मेदारी आपकी सरकार औऱ सरकार द्वारा नियुक्त अधिकारियों और शिक्षकों की है।
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इतना ही नहीं फतेहपुर (Fatehpur news) के एक सरकारी राजकीय हाईस्कूल (Government highschool)का सामने आया एक मामला आपको और भी शर्मसार कर देगा।जहां पढ़ने वाले ग़रीब बच्चों की ग़रीबी को सरेआम नीलाम किया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला..
फतेहपुर ज़िले के हंसवा विकास खण्ड क्षेत्र के एकारी गाँव में स्थित राजकीय हाईस्कूल में बच्चों से मजदूरी कराए जाने का मामला प्रकाश में आया है।यहां पढ़ने वाले छात्रों का आरोप है कि स्कूल में पढ़ाई के अलावा सारे काम कराए जाते हैं।बुधवार को स्कूल पहुंचे एक स्थानीय रिपोर्टर ने अपनी आंखों से स्कूल का जो मंजर देखा वो हैरान करने वाला था।विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के हाथों किताब, पेन या कॉपी नहीं थी।उनके हांथो में थे फावड़ा, खुर्पी, झाड़ू और तसला जो लगातार इनके सहारे काम मे जुटे हुए थे।रिपोर्टर ने जब काम कर रहे छात्रों से इसके बारे में बातचीत की तो उनका दर्द कैमरे के सामने फूट पड़ा अपनी पीड़ा और दर्द को लगभग रोते हुए छात्रों ने बताया कि यह तो हर रोज का काम है।प्रिंसीपल मैडम कहती हैं कि तुमको कौन सा पढ़ लिखकर कुछ बन जाना है।मजदूरी ही तो करनी है तो अभी से करो।
एक भोले-भाले छात्र ने कहा कि मैडम जी शायद इस लिए हमसे ये घास छिलवाने की काम करवाती है शायद उनको लगता है कि कंही हम लोग भी पढ़ लिखकर कहीं उनकी तरह न बन जाए।छात्रों ने कहा कि वह रोज इसी तरह काम करते हैं।यदि मैडम जी से पढ़ाने के लिए कहते हैं तो कहती हैं कि काम करो नहीं तो प्रेक्टिकल में मिलने वाले नम्बरों को काट देंगे और फेल हो जाओगे।
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इस पूरे मामले में जब रिपोर्टर ने विद्यालय की प्रिंसिपल मैडम ममता गुप्ता से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि स्कूल में मेरे सहित दो टीचर और एक बाबू हैं।मैं कला की टीचर हूँ, बाबू से मैथ व साइंस पढ़वाते हैं।बच्चों से स्कूल में काम करवाने को लेकर प्रिंसिपल ने कहा कि ग्राउंड में घास बहुत है साफ़ सफाई तो करवानी ही पड़ेगी।
इस पूरे मामले में डीएम ने डीआईओएस को जांच के आदेश दिए हैं।डीआईओएस ने कहा है कि जांच कराई जा रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी विभागीय कार्यवाही की जाएगी।