
फतेहपुर:नहीं लागू होने देंगे आरसीईपी क़ानून..किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन.!
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा प्रस्तावित आरसीईपी क़ानून के विरोध में किसानों ने हल्ला बोल दिया है।इसके विरोध में आज बिंदकी तहसील क्षेत्र अंतर्गत किसानों ने बड़ी संख्या में इकठ्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया...पढ़े पूरी ख़बर युगान्तर प्रवाह पर।

फतेहपुर:केंद्र सरकार की ओर से किए जा रहे क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागेदारी समझौते (आरसीईपी) को लेकर यूपी के किसानों के बीच नाराजगी देखने को मिल रही है।समझौते के खिलाफ प्रदेश के कई जिलों में किसानों ने प्रदर्शन किया है।यूपी के अलावा हरियाणा और कई अन्य राज्यों के किसान भी इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।
फतेहपुर की बिंदकी तहसील क्षेत्र अंर्तगत मुरादीपुर रेलवे नाका के समीप भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान की अगुवाई में किसानों का धरना प्रदर्शन हुआ।किसान नेता राजेश सिंह चौहान ने युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए कहा कि मोदी सरकार को आरसीईपी जैसा किसान विरोधी क़ानून लागू नहीं करने देंगे।उन्होंने कहा कि किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर जिलों जिलों में किसानों की।महापंचायत बुलाई गई है।चौहान ने कहा कि इसके साथ ही कुछ स्थानीय मुद्दे हैं जिनको लेकर भी यह धरना प्रदर्शन हो रहा है।उन्होंने बताया कि प्रशासन ने कई मांगो को मान भी लिया है।
क्या है आरसीईपी..
दरअसल आरसीईपी के तहत मुक्त व्यापार करार में डेयरी उत्पाद को शामिल करने के प्रस्ताव है, जिसका किसान विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि अगर आरसीईपी लागू हो गया और बाहर से दूध का आयात किया गया तो दूध उत्पादन के काम में लगे किसान पूरी तरह से तबाह हो जाएंगे। देश के बाजार पर विदेशियों का कब्जा हो जाएगा और भारत के किसानों को इनके उत्पाद का जो मूल्य मिल रहा है, उसमें गिरावट आ जाएगी।
