UP:डीएम आञ्जनेय कुमार को ड्यूटी पर तैनात सिपाही ने जमकर हड़काया..बदले में डीएम ने किया ये काम..!
अच्छे कामों के चलते हमेसा सुर्खियों में रहने वाले वर्तमान में रामपुर में जिलाधिकारी के पद पर तैनात आञ्जनेय कुमार सिंह एक बार फ़िर चर्चा में है.. दरअसल उन्हें एक सिपाही ने जमकर हड़काया है..युगान्तर प्रवाह की रिपोर्ट में पढ़े पूरा मामला..
रामपुर:फतेहपुर में रहकर जनता के दिलों में राज करने वाले डीएम आञ्जनेय बीते एक साल से रामपुर में डीएम के पद पर रहते हुए खूब नाम कमा रहें हैं।उनकी मजबूत इच्छा शक्ति और हर वक्त काम करने की सोच उन्हें दूसरे जिलाधिकारियों से अलग बनाती है।rampur corona virus lockdown news
इस समय कोरोना वायरस का प्रकोप उसके साथ मे लगे लॉकडाउन से लोगों को सुविधाएं कैसे मिले इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन के कंधों पर है।
डीएम आञ्जनेय अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं।लॉकडाउन का सख़्ती से पालन कराने के साथ ज़रूरत की सारी सामने लोगों के घर घर डिलेवर हो रहीं हैं।
शुक्रवार देर रात डीएम आञ्जनेय कुमार शहर में लॉकडाउन का जायजा लेने बाइक से निकल पड़े।उन्होंने हेलमेट लगाया और बिना किसी अपने अधीनस्थ को सूचना दिए वो अकेले ही बाइक से शहर की गलियों में निकल पड़े।इसी बीच एलआईसी चौराहे पर ड्यूटी पर तैनात एक मोहित नाम के सिपाही ने डीएम आञ्जनेय को रोक लिया।और इस तरह से लॉकडाउन तोड़कर घूमने के लिए हड़काया।
दरअसल सिपाही पहचान ही नहीं पाया था कि वह जिनको हड़का रहा है वह ज़िले के सबसे बड़े अधिकारी हैं।सिपाही द्वारा डांटे जाने पर डीएम ने भी अपना परिचय नहीं दिया और बिना कुछ कहे वहां से वह गाड़ी मोड़कर वापस हो गए।
क़रीब दो घण्टे तक वह पूरे शहर में बाइक से घूम घूमकर लॉकडाउन का नज़ारा लेते रहे।शनिवार को डीएम आञ्जनेय ने उस सिपाही को अपने कार्यलय बुलाया जिसने रात में उनको हड़काया था।डीएम आञ्जनेय ने सिपाही को शाबासी दी और मुस्तैदी के साथ ड्यूटी पर तैनात रहने के लिए शाबासी भी दी।
डीएम आञ्जनेय ने कहा कि सुबह मैंने सबसे पहले उसी मोहित सिपाही को कलेक्ट्रेट में बुलवाया जिसने मुझे रात में समझाया था कि लॉकडाउन की क्या अहमियत है। मैंने उसे शाबासी और प्रमाण पत्र दिया। ताकि जिले में तैनात अन्य सरकारी कर्मचारियों में भी ईमानदारी और मेहनत से काम करने का जज्बा पैदा हो सके।