शारदीय नवरात्रि 2019:बारह वर्षों बाद बन रहा है ऐसा शुभ संयोग..भक्तों पर बरसेगी भगवान शिव और गौरी की कृपा.!
शारदीय नवरात्रि 2019 की शुरुआत इस बार रविवार 29 सितंबर से हो रही है।इस बार की नवरात्रि में क्या है विशेष योग..पढ़े युगान्तर प्रवाह की इस रिपोर्ट में।
अध्यात्म:देवी उपासना का महापर्व शारदीय नवरात्रि रविवार, 29 सितंबर से शुरू हो रहा है। नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व में माता के नौ रूपों की पूजा होती है। ज्योतिष शास्त्र के नजरिए से इस बार शारदीय नवरात्रि में पांच बड़े ग्रहों की युति कन्या राशि में बनेगी। इसके अलावा 12 साल के बाद नवरात्रि में गुरु वृश्चिक राशि में रहेगा।
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हिन्दु पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत रविवार 29 सितंबर से हो जाएगी। नवरात्र में पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा की आराधना की जाएगी। इस बार किसी भी तिथि की क्षय नहीं है। दसवें दिन विजयादशमी होगी। इस बार शारदीय नवरात्र कई वर्षों के बाद शुभ संयोगों को लेकर आ रहा है। सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग का संयोग बना है। इससे दुर्गा मां की आराधना बेहद ही शुभ फलदायी होगी। इस दौरान दो सोमवार पड़ने से चंद्रसूचक योग भी बन रहा है। भगवान शिव और मां गौरी की भी कृपा बरसेगी। बृहस्पति और चंद्रमा के ग्रहों से प्रभावित लोगों के लिए देवी की पूजा अति फलदायी रहेगी। इस तरह मां दुर्गा इस बार धरती पर हाथी पर सवार होकर आएंगी। ऐसे में हाथी पर आगमन से भारी बारिश की संभावना भी है। विजयादशमी को मंगलवार के कारण माता बिना किसी वाहन के अपने धाम को जाएंगी। अत: माता का आगमन जहां फलदायक है, वहीं उनका जाना नष्टकारक है। भारतवर्ष की कुंडली के हिसाब से चंद्रमा में गुरु की अंतर्दशा चल रही है।
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29 सितंबर को कन्या राशि में सूर्य, मंगल, बुध, शुक्र और चंद्रमा का योग बन रहा है। इसके अलावा 12 साल के बाद गुरु नवरात्रि के शुरुआत में वृश्चिक राशि में रहेगा और शनि-केतु की युति धनु राशि में होगी। ज्योतिष नजरिए से ग्रहों का ऐसा संयोग इस नवरात्रि विशेष फलदायी रहने वाली होगी।