कालापानी विवाद:नेपाल क्यों कर रहा है दावा..भारत ने कहा नक्शा एकदम ठीक..क्या है पूरा मामला..?
भारत और नेपाल के बीच कालापानी के क्षेत्र को लेकर आपसी खींचातान शुरू हो गई है...क्या है पूरा मामले जानें..युगान्तर प्रवाह की इस रिपोर्ट में।
डेस्क:आपने कालापानी के बारे में सुना होगा।दरअसल कालापानी उस स्थान का नाम है जिस जगह भारत, चीन और नेपाल की सीमाएं मिलती हैं।और उस पूरे 372 वर्ग किलोमीटर के स्थान को कालापानी कहते हैं।भारतीय गृह मंत्रालय द्वारा हाल ही में भारत का राजनीतिक मानचित्र जारी किया था।इसमें कालापानी को भारतीय सीमाओं के अंदर दिखाया गया है, जिस पर नेपाल ने आपत्ति जताई है।जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख के नए केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद इस नक्शे को जारी किया गया है।(kalapani)
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कालापानी इलाके का लिपुलेख दर्रा सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।इस जगह से भारतीय सेनाओं को चीनी पर नजर रखने में विशेष मदद मिलती है।इस एरिया में भारत की इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) की निगरानी रहती है।
नेपाल के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस बयान में कहा गया, "नेपाल सरकार दृढ़ता से मानती है कि कालापानी नेपाल का हिस्सा है।" बयान में कहा गया, "नेपाल-भारत सीमा पर कोई भी एकतरफा कार्रवाई नेपाल सरकार के लिए अस्वीकार्य होगी।"
दरअसल कालापानी वाले क्षेत्र को भारत उत्तराखंड का हिस्सा मानता आया है, जबकि नेपाल इसे अपने नक्शे में दर्शाता है।
(इनपुट-जी मीडिया)