
Girl Parenting Tips: बेटियों की बेहतर परवरिश के लिए पैरेंट्स इन बातों का रखें ख्याल ! होगा नाज़
बेटियों की परवरिश
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि पैरेंट्स बेटियों की परवरिश (Raise) करने के दौरान कुछ बातों को भूल जाते हैं. बेटियों की सुरक्षा (Safety) को लेकर उन पर काफी दबाव भी रहता है. आज के इस आर्टिकल के जरिये हम उन माता-पिता को कुछ टिप्स देना चाहेंगे जिनकी बेटियां है. यदि इन बातों पर गौर करेंगे तो आपकी लाडली का भविष्य और भी ज्यादा उज्ज्वल (Future Will Be Bright) बनेगा.

अपनी बेटी पर गार्जियंस जरूर दें ध्यान
बीते कुछ समय से समाज और सरकार लिंग में सामानता को लेकर जागरूकता (Awareness) फैला रही है. जिसके तहत लड़कियों को लड़को के बराबर का दर्जा भी दिया जा रहा है. सरकार की ओर से उन्हें बढ़ावा देने के लिए कई सारी योजनाएँ भी शुरू की गई है. जिससे कि उनका भविष्य उज्जवल हो (Future Will Be Bright) सके और वह आत्मनिर्भर (Self Depend) भी बन सके. ऐसे में पैरेंट्स भी अपनी लाडली की परवरिश के दौरान थोड़ा सा ध्यान देंगे तो जरूर उनकी बेटी भविष्य में खुद को साबित कर सकेगी.
परवरिश के दौरान बेटी को दें तवज्जो
सबसे पहले अपनी बेटी को इतनी तवज्जो दें जितना कि बेटे को देते है. यदि आप बेटे और बेटी में किसी भी तरह का फर्क करेंगे तो बेटी के मन में हमेशा डर बना रहेगा. धीरे-धीरे वह अपना आत्मविश्वास खोने लगेगीं उसे लगेगा कि घर मे केवल भाई को ही इम्पोर्टेंस दी जाती है, यदि बेटी अकेली है तो उसे ये जाहिर न होने दे कि वह लड़की है बल्कि उसे अहसास दिलाये की वह किसी लड़के से कम नही है.

बेटी को दें बोलने की आजादी
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि, कई घरो में लड़कियों को अपनी बात को कहने की आजादी नही मिलती है, जबकि लड़के किसी भी स्थिति में खुलकर बोल सकते है ऐसा करना किसी भी मायने में लड़की के आत्मविश्वास (Confidence) के लिए अच्छा नही है, इसलिए बेटी को भी अपनी बात को रखने का मौका दें. किसी भी स्थिति में उसकी भी राय लें ऐसा करने से उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और उसे बोलने की आज़ादी (Freedom) भी मिलेगी.
बेटी के फैसलों में बार-बार न निकाले कमियां
कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि पैरेंट्स बेटी की हर छोटी बड़ी बातो और फैसलों में कई कमियां निकालते है. ऐसा करने से बेटी खुद को कमजोर (Weak) समझेगी और फिर अपनी बात को किसी के सामने रखने में भी कतरायेगी. इससे बेहतर ये होगा कि उन्हें हर एक्टिविटी में आगे बढ़ने का मौका दें. बेटी को हमेशा प्रेरित करते रहे जिससे वह खुद को वर्तमान और भविष्य समाज के सामने प्रस्तुत कर सके.
