G-20 Summit 2023 : जी ट्वेंटी शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली तैयार ! दुनियाभर के बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष करेंगे शिरकत-जानिए कब हुआ था पहला सम्मेलन
जी-20 शिखर सम्मेलन की 18वीं बैठक की मेजबानी इस दफा भारत कर रहा है.दुनिया भर के तमाम बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष शिरकत करेंगे.नई दिल्ली को पूरी तरह से सजाया जा रहा है.8 से 10 सितंबर तक दिल्ली बंद रखने का एलान किया गया है.यह सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को होगा.इस सम्मेलन में दुनिया की वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर चर्चा की जाएगी.

हाईलाइट्स
- जी 20 सम्मेलन की मेजबानी कर रहा भारत,9 और 10 सितंबर को होगा सम्मेलन
- दिल्ली को पूरी तरह से सजाया गया,सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
- दुनियाभर के तमाम बड़े देश के नेता, राष्ट्राध्यक्ष करेंगे शिरकत
Delhi is ready for G-20 conference : G-20 शिखर सम्मेलन इस बार भारत में होने जा रहा है.नई दिल्ली को पूरी तरह से दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है.वहीं दिल्ली तीन दिन यानी 8 से 10 सितंबर तक बंद रखने का एलान किया गया है.क्योंकि वीवीआइपी का मूवमेंट रहेगा.सुरक्षा की दृष्टि से यह निर्णय दिल्ली सरकार ने लिया है.जी 20 की यह 18 वीं बैठक होगी जिसकी मेजबानी भारत कर रहा है.आइये आपको बताते हैं कि जी-20 सम्मेलन का उद्देश्य क्या है और इसकी शुरुआत कब हुई थी..
जी20 सम्मेलन का आयोजन नई दिल्ली में, तैयारियां पूरी
वैश्विक अर्थव्यवस्था की चर्चा को लेकर जी-20 सम्मेलन का आयोजन किया जाता है.इस बार यह सम्मेलन भारत में होने जा रहा है.नई दिल्ली में जी 20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां जोरो से चल रही है.9 और 10 सितंबर को सम्मेलन होना है.दुनिया भर के तमाम बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष इस सम्मेलन के लिए भारत पहुंचेंगे. जी-20 शिखर सम्मेलन की ये 18वीं बैठक होगी. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.भारत में होने जा रहे जी-20 सम्मेलन की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम' या 'एक पृथ्वी-एक कुटुंब-एक भविष्य' है.
दुनिया भर के बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष एक साथ अर्थव्यवस्था पर करेंगे बात
इस जी-20 शिखर सम्मेलन में तमाम बड़े देश के नेता ,प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति शामिल होंगे. जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी शामिल हैं. इस बड़े समिट के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. जी-20 अर्थव्यवस्था के अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा के लिए बनाया गया है.वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर एक साथ अर्थव्यवस्था पर चर्चा की जाती हैं.जी-20 को दुनिया के इन मजबूत देशों के ग्रुप जी-7 का विस्तार माना जाता है. जिसमें अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देश शामिल हैं.
क्या है G-20
यह विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था का एक बेहतर मंच है.इसमें अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग, आतंकवाद, मानव तस्करी, ग्लोबल वार्मिंग जैसे अहम मुद्दों पर राय तय की जाती है.इसमें 20 देश शामिल हैं.पहले जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 2008 में वॉशिंगटन डीसी में हुआ था. .2009 में भी अमेरिका ने इस सम्मेलन को आयोजित किया था.भारत 2023 में पहली बार इस सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है.वर्ष 1999 में ही पहली बार बर्लिन में जी-20 को लेकर पहली बैठक की गई थी.बाद में तमाम बड़े देशों की अर्थव्यवस्थाओं ने मिलकर यह जी-20 समूह का निर्माण किया. जी-20 में शामिल देश दुनिया की कुल 85 प्रतिशत gdp बनाते हैं.
जी20 में शामिल देश
जी-20 में जो देश शामिल हैं उनमें अमेरिका, रूस, जर्मनी, भारत, चीन, कनाडा, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, फ्रांस, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और यूरोपियन यूनियन शामिल है.