Bhukamp Kaha Aaya Hai: भूकंप के झटके से हिला महाराष्ट्र और अरुणाचल ! जानिए कितनी थी तीव्रता
Bhukamp Today News In Hindi
भारत के महाराष्ट्र (Maharashtra Earthquake) और अरुणाचल (Arunachal Pradesh Earthquake) प्रदेश में भूकंप के झटकों से गुरुवार को धरती हिल गई. Bhukamp के झटके देश के साथ-साथ पाकिस्तान में भी महसूस किए गए. महाराष्ट्र के हिंगोली में दो बार झटके आए. भूकंप का केंद्र अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग में बताया जा रहा है.

महाराष्ट्र और अरुणाचल के भूकंप से हिल गई धरती
भारत में गुरुवार सुबह महाराष्ट्र (Maharashtra) के हिंगोली (Hingoli) में भूकंप के झटके से लोगों की नींद टूट गई. बताया जा रहा है कि पहला झटका थोड़ा हल्का था वहीं दूसरा काफी तेज. दूसरे झटके के समय धरती काफी देर तक हिलती रही.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के आंकड़े के अनुसार हिंगोली में पहला झटका सुबह करीब 6 बजकर 8 मिनट पर आया था जिसकी तीव्रता रेक्टर पैमाने में 4.5 बताई जा रही है. वहीं दूसरा झटका 6 बजकर 19 मिनट आया जिसकी रिक्टर स्केल तीव्रता 3.6 थी. वहीं अगर अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) की बात करें तो वहां भी दो बार भूकंप (Bhukamp) के झटके महसूस किए गए.
अरुणाचल में झटके से लोग घरों से भागे
महाराष्ट्र के साथ ही अरुणाचल के कई क्षेत्रों में भूकंप के झटके से लोग अपने घरों से निकलकर भागे. पहला झटका बुधवार रात करीब 1 बजकर 49 मिनट पर आया था जिसकी तीव्रता 3.7 बताई जा रही थी जबकि गुरुवार तड़के करीब 4 बजे आया था जिसकी तीव्रता 3.4 थी.

जानकारी के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश में भूकंप का केंद्र पश्चिम कामेंग बताया जा रहा है. लगातार दो बार आए भूकंप के झटके से लोगों के अंदर दहशत आ गई है हालाकि महाराष्ट्र और अरुणाचल में आए भूकंप से अभी तक किसी जान माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है.
क्यों आता है भूकंप (Know About Bhukamp)
भूकंप जब भी आता है तो स्थितियां छिन्न भिन्न हो जाती हैं. फिर ये सवाल आता है कि आखिर भूकंप क्यों और कैसे आता है. इसको जानने के लिए आपको इसे वैज्ञानिक रूप से समझना पड़ेगा. हमारी पृथ्वी की संरचना ऐसी है की ये टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है.
मान लीजिए की पृथ्वी बड़ी बड़ी चट्टानों के ऊपर स्थित है जिसके नीचे तरल पदार्थ भरा है. इन चट्टानों के बीच परस्पर घर्षण होता रहता है. जब ये टकराव की स्थित तेज होती है तो प्लेट या चट्टाने टूटकर नीचे खिसक जाती हैं और तरल लावा ऊपर आकर विझोभ उत्त्पन करता है जिससे पृथ्वी की स्थित असामान्य हो जाती है और वह हिलने लगती है जिसे भूकंप कहते हैं.