Kanpur Unique Bridge : दाल और गुड़ से बना है कानपुर का ये पुल-कभी देखा है ऐसा अनोखा पुल,जानिए खासियत
कानपुर की धरती अपने इतिहास के लिए काफी मशहूर है,इस शहर में 100 वर्ष से ज्यादा पुरानी धरोहरें आज भी चट्टानों की तरह खड़ी हुई है जिनका कोई सानी नहीं है. कानपुर का ये अनोखा पुल अपने आप में नायाब नमूना है, जिसकी कारीगिरी को देखकर हर कोई आश्चर्यचकित है.
हाईलाइट्स
- कानपुर का अनोखा पुल जिसके ऊपर से गुजरती है नहर
- ब्रिटिश काल में हुआ था इस पुल का निर्माण
- इंजीनियरिंग का एक नायाब नमूना है ये पुल
This brigde of kanpur is unique : आज के आधुनिक परिवेश में जहां बड़े-बड़े पुल एक्सप्रेसवे तैयार किए जा रहे हैं, कानपुर में एक ऐसा पुल है जो सीमेंट से नहीं बल्कि दाल के पानी और गुड़ के सीरे से बना है और आज भी चट्टान की तरह मौजूद है, इस पुल की खास बात यह है कि कोई भी इसे देखता है तो अचरज में पड़ जाता है कि आखिर इस तरह की नक्काशी डिजाइन का ख्याल आया कैसे होगा, इस अनोखे पुल पुल के नीचे से नदी गुजरती है तो ऊपर से नहर गुजरती है अब सोचने वाली बात तो है कि कैसे पुल के ऊपर से नहर को निकाला गया होगा.
पुल के ऊपर से गुजरती है नहर
कानपुर नगर के बर्रा क्षेत्र में मेहरबान सिंह पुरवा गांव है यह अनोखा पुल इसी क्षेत्र में है इस पुल को बने 100 वर्ष से ज्यादा हो चुके है जिसका निर्माण ब्रिटिश काल में हुआ था,पुल जिस तरह से निर्माण किया गया है वह अपने आप में अलग ही सवाल खड़ा करता है ,कभी आपने ऐसा सुना है कि किसी पुल के ऊपर से कोई नदी या नहर गुजरती है, यदि नहीं सुना है तो सुन लीजिए इस पुल के ऊपर से एक नहर गुजरती है तो नीचे से पांडु नदी गुजरती है तो पुल के पास से ही आवागमन का रास्ता भी है.इंजीनियरिंग के ऐसे नायाब नमूने को जो भी देखता है अचंभित हो जाता है, यहां पर अक्सर लोग सैर सपाटा के उद्देश्य से भी आते है और तस्वीरें खींचते है.
दाल के पानी व गुड़ के सीरे से किया गया पुल का निर्माण
ब्रिटिश समय का ये पुल करीब 100 वर्ष का बताया जाता है जो बिल्कुल अब भी नया सा लगता है. जानकारों की माने तो इस पुल में सीमेंट और सरिया का प्रयोग नही किया गया अब अब सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे सम्भव है, जी हां वास्तव में इस पुल में सीमेंट नही बल्कि चूना, ईटो ,दाल का पानी,गुड़ के सीरे का प्रयोग किया गया है,जो अपने आप मे इंजीनियरिंग का नायाब नमूना है.