Ips Kalanidhi Naithani Biography: जानिए कौन हैं IPS कलानिधि नैथानी ! जिन्हें जाना जाता है कड़े अनुशासन और सख़्त कार्रवाई के लिए
आईपीएस कलानिधि नैथानी का जीवन परिचय
2010 बैच के आईपीएस अफसर (Ips Officer) कलानिधि नैथानी (Kalanidhi Naithani) जिन्हें सख्त एक्शन (Strict Action) व ड्यूटी के प्रति कड़े अनुशासन के लिए जाना जाता है. जिस जिले में भी रहते हैं अपनी अलग ही छाप छोड़ जाते हैं. राजधानी लखनऊ (Lucknow) में 2 वर्षों तक बतौर एसएसपी रहे. चलिए हम आपको एक ऐसी शख्सियत से रूबरू करवाने जा रहे हैं जो वास्तव में सभी नौजवानों (Youths) के लिए एक प्रेरणा स्रोत है. नए वर्ष से पहले ही उन्हें डीआईजी (Promoted Dig) बना दिया गया. वर्तमान में उन्हें डीआईजी अलीगढ़ से डीआईजी रेंज झांसी (Jhansi Range) बनाया गया है.
सख़्त अनुशासन और अपराधों पर दमदार एक्शन लेने वाले आईपीएस
आईपीएस यानी सिविल सर्विसेज (Civil Services) यह वह नाम है जिसके नाम से अपराधी थर-थर कांपते हैं तो वहीं दूसरी तरफ फरियादी न्याय की उम्मीद लेकर इनके पास पहुंचते हैं. वैसे तो आईपीएस की जीवन शैली को लेकर बॉलीवुड फिल्मों से लेकर वेबसीरीज तक बन चुकी है, लेकिन रियल लाइफ में ऐसे बहुत ही कम हीरोज देखने को मिलते हैं जिन्हें देखकर युवा इंस्पायर (Inspired) हो सके, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी शख्सियत से रूबरू करवाने जा रहे हैं जो वास्तव में सभी नौजवानों के लिए एक प्रेरणा स्रोत है.
जी हां हम बात करने जा रहे हैं कड़क अंदाज, अपराध पर नियंत्रण, जनसुनवाई, कड़ा अनुशासन, ईमानदार छवि और दमदार एक्शन लेने वाले आईपीएस कलानिधि नैथानी (Ips Kalanidhi Naithani) की जिनका व्यक्तित्व और काम करने के तरीका बहुत अलग है. आईए जानते हैं इस आईपीएस की जीवन शैली (Life Style) और कैसे बने ये हजारों लाखों लोगों के लिए आइडियल.
आखिर कौन हैं आईपीएस कलानिधि नैथानी?
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल (Paudi Garhwal) में जन्मे कलानिधि नैथानी (Kalanidhi Naithani) बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में काफी तेज रहे, ऐसा हो भी क्यों ना वह एक शिक्षक परिवार से बिलॉन्ग (Belong) करते थे. उनकी मां राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित प्रिंसिपल रही तो वही पिता गढ़वाल यूनिवर्सिटी से प्रोफेसर के पद पर सेवानिवृत्त हो चुके हैं. नैथानी की प्रारंभिक शिक्षा की शुरुआत पौड़ी में हुई इसके साथ ही उन्होंने इंटरमीडिएट आर्मी स्कूल मथुरा से पास किया. इसके बाद वह पतंगनगर से इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन में बीटेक (B. Tech) किया. पुलिस प्रबंधन में उस्मानिया यूनिवर्सिटी हैदराबाद से मास्टर्स की डिग्री इन पुलिस मैनेजमेंट किया.
माँ से सीखा था अनुशासन और रोल मॉडल चुनना
उनकी शैक्षिक योग्यता यहां पर समाप्त नहीं हुई इसके बाद उन्होंने भाभा एटॉमिक अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक अधिकारी भारत सरकार के सी-डॉट यानी सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टैक्सीमैट्रिक्स बेंगलुरु एवं दिल्ली में 5 सालों तक अनुसंधान इंजीनियर के पद पर भी रहे 2010 बैच में भारतीय पुलिस सेवा में सफलता मिली यही नहीं उनकी पत्नी दीप्ति चंदोला आईआरएस अफसर है. भाई नितिन नैथानी सेना में कर्नल हैं. कलानिधि का पूरा परिवार शिक्षकों से घिरा रहा है. अपनी माँ से सही रोल मॉडल चुनना सीखा. अनुशासन के लिए वे अपनी माँ को इसका श्रेय देते हैं.
इन जनपदों में दे चुके हैं अपनी सेवाएं
2010 बैच के आईपीएस कलानिधि नैथानी अबतक के कार्यकाल में कई जनपदों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. पीलीभीत, बरेली, कुंभ मेला, सहारनपुर में सहायक पुलिस अधीक्षक, पीएसी की 38वीं और नौवीं वाहिनी में सेनानायक, पुलिस मुख्यालय इलाहाबाद में पुलिस अधीक्षक, कन्नौज, फतेहपुर (Fatehpur), मिर्जापुर और पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक के बाद बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर रहे, फ़तेहपुर (Fatehpur) में भी उनका कार्यकाल बेहद शानदार रहा. राजधानी लखनऊ में बतौर एसएसपी 2 वर्ष तक रहे. गाजियाबाद और फिर अलीगढ़ (Aligarh) की कमान संभाली.
नव वर्ष में उन्हें मिला ये तोहफा, बना दिए गए डीआईजी
दिल्ली में भड़की हिंसा गाजियाबाद में आ पहुंची. उस वक्त गाजियाबाद में कलानिधि कप्तान थे. अपने सख़्त लॉ एंड ऑर्डर व सटीक निर्णय के चलते उस दंगे को कंट्रोल कर लिया गया था. इसके साथ ही अलीगढ़ में रहकर शराब माफियाओं के चूल्हे हिला दिए. उनपर कुर्की, चार्जशीट, एनएसए तक 80 आरोपितों को जेल भेजने की कार्रवाई की. अपराध नियंत्रण, कड़े अनुशासन के लिए नैथानी को जाना जाता है. नव वर्ष से पहले ही उन्हें डीआईजी पद पर प्रोन्नत कर दिया गया. हाल ही में उनका तबादला झांसी रेंज कर दिया गया है.