फतेहपुर:18 साल बाद अपने साथी से मिलकर छलक गई आँखे..फिर जो हुआ।
बिछड़े दोस्तों से मिलने की खुशी क्या होती है इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।लड़कपन में बने मित्र युवावस्था के उस दौर में मिलते हैं।जब जीवन पूरी तरह से एकाकी हो जाता है।18 बरस बाद जब सभी साथी एक जगह मिलते हैं तो आख़िर क्या महसूस होता है।पढ़े युगान्त
फतेहपुर: सालों बाद अपने बिछड़े दोस्तों से मिलने के बाद ख़ुशी का जो ऐहसास होता है इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।ऐसा ही कुछ ऐहसास 18 वर्ष बाद अपने साथियों से मिलने के बाद राजकीय इण्टर कॉलेज के पूर्व छात्रों को हुआ। सन 2001 बैच के पूर्व छात्रों के समागम समारोह का आयोजन हरिहरगंज स्थित एक होटल में आयोजित किया गया जिसमे पूर्व छात्रों द्वारा अपने अपने अनुभवो को साझा करने के साथ ही सभी सहपाठियों को हर सम्भव मदद देने की बात कही गयी।
विद्यालय में शिक्षा हासिल करने के दौरान एक साथ रहे छात्रों को लम्बे समय के बाद आमने-सामने देखकर साथियो की आँखे भर आयी इनमें से कई छात्र पुलिस,सेना,रक्षा न्यायिक सेवाओं शिक्षा, पत्रकारिता, राजनैतिक कार्यो समेत सरकारी अर्ध सरकारी, बैंकिंग एवं प्राइवेट सेक्टरों में सेवाएं दे रहे हैं। छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय राजकीय इण्टर कालेज के गुरुजनों को दिया। समागम को संबोधित करते हुए पूर्व छात्रों ने कहा कि शिक्षको द्वारा पढ़ाये गए कभी व्यर्थ नही जाते बल्कि जीवन के हर मोड़ पर काम आते है।
शिक्षको द्वारा सिखाये गए अनुशासन एवं शिक्षाएं सदैव प्रेरणा देते हुए आगे बढ़ाने का काम करती है। उन्होंने सभी छात्रों से एक दूसरे से सम्पर्क में रहने व पूर्व एवं वर्तमान छात्रों को हर संभव सहायता देने की बात कही वहीं सभी छात्रों द्वारा एकमत होकर आगामी वर्ष में समारोह कर गुरुजनों का सम्मान किये जाने का निर्णय लिया गया। समागम के पश्चात पूर्व छात्रों द्वारा राजकीय इण्टर कालेज पहुंचकर शैक्षिक भूमि को प्रणाम करते हुए पढ़ाई के दौरान बीते हुए पलों के अनुभवों को याद किया गया। इस मौके पर अनुराग श्रीवास्तव, मो शारिक धर्मेन्द्र सिंह, अंकुश श्रीवास्तव, प्रांजल श्रीवास्तव, जितेंद्र दीक्षित, इरफान काजमी, विष्णु तिवारी, विकास पाल, मनीष चितौरा, गुलाम रहमान, विष्णु तिवारी, मंजूर अहमद, पियूष द्विवेदी, अभिषेक प्रताप सिंह, विमल गुप्ता, पवन गुप्ता, मो अरशद, कौशल प्रताप सिंह, राम सिंह आदि रहे।