Electricity Rate In UP : यूपी में औऱ महंगी होगी बिजली निकाय चुनाव बाद बढ़ेंगे रेट.!
Electricity Rate In UP महंगाई के एक और झटके के लिए तैयार रहें, यूपी में नगर निकाय चुनाव के बाद एक बार फिर बिजली की दरें बढ़ेंगी.पिछली बार 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद बिजली की दरों पर बढ़ोतरी हुई थी.
Electricity Rate In UP : यूपी की जनता महंगाई के एक औऱ झटके के लिए तैयार रहे.जल्द ही प्रदेश में बिजली की दरों में बढ़ोतरी किए जाने की संभावना है. बताया जा रहा है कि बिजली कम्पनियां इन दिनों भारी भरकम आर्थिक संकट से जूझ रहीं हैं. उल्लेखनीय है कि पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने अगले वित्तीय वर्ष 2023-24 के एआरआर (वार्षिक राजस्व आवश्यकता) संबंधी टैरिफ पिटीशन दाखिल करने के लिए उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग से दो माह की मोहलत मांगी है.
निकाय चुनाव के बाद बढेंगें रेट..
सूत्र बताते हैं कि कम्पनियां लगातार बिजली दरों में बढ़ोतरी किए जाने की मांग आयोग से कर रहीं हैं,लेकिन फिलहाल नगर निकाय चुनावों को देखते सरकार नहीं चाहती कि बिजली दरों में बढ़ोतरी हो. लेकिन इतना तय माना जा रहा है कि जनवरी में निकाय चुनाव की समाप्ति के बाद रेट बढेंगें.
2019 के बाद नहीं बढ़ें हैं रेट..
यूपी में आखरी बार बिजली की दरों में बढ़ोतरी साल 2019 में हुई थी. लोकसभा चुनावों के बाद बिजली महंगी हुई थी. लेकिन उसके बाद अब तक बिजली के रेट यथावत बनें हुए हैं. लेकिन अब यूपी की जनता को जल्द ही महंगे रेट की बिजली का करंट लगना तय माना जा रहा है. Electricity Rate In UP
वर्तमान में क्या हैं बिजली दरें..
शहरी घरेलू बीपीएल उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक 3 रुपये यूनिट से बिजली मिलती है.प्रदेश के शहरी विद्युत उपभोक्ताओं के लिए जीरो से 100 यूनिट तक 5.50 रुपये प्रति यूनिट, 101 से 150 यूनिट तक प्रति यूनिट 5.50 रुपये प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक प्रति यूनिट 6.00 रुपये और 300 यूनिट के ऊपर 6.50 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से दरें निर्धारित की गई हैं.जबकि शहरों में घरेलू बीपीएल परिवारों को 100 यूनिट तक प्रति यूनिट 3.00 रुपये के हिसाब से बिल देना होता है