Akshay Tritiya 2024: आज है अक्षय तृतीया का पावन पर्व ! दान-पुण्य और सोना खरीदने का है बड़ा महत्व
अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) का पर्व आज देश भर में मनाया (Celebrated) जा रहा है. वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाई जाती है. इस दिन दान-पुण्य करने का मह्त्व है इसके साथ ही नारायण-लक्ष्मी जी (Narayan-Lakshmi) की पूजा की जाती है. इस दिन सोना खरीदना बेहद शुभ माना जाता है. इसके साथ ही इस दिन भगवान परशुराम जी का जन्म भी हुआ था.
अक्षय तृतीया आज, केदारनाथ के खुलेंगे पट
हमारे हिन्दू धर्म में अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) पर्व का विशेष महत्व है. इस दिन कहते हैं बिना कोई मुहूर्त देखे कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है. वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाई जाती है. आज धूमधाम से अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जा रहा है. इसे आखा तृतीया (Akha Tritiya) या फिर आखा तीज (Akha teej) भी कहते हैं. यही नहीं चार धाम में से एक बद्रीनाथ धाम (Badrinath dham) के पट भी अक्षय तृतीया से ही खुलते हैं. केदारनाथ (Kedaranath) के भी आज से पट खुल गए. इसके साथ ही यमुनोत्री के भी पट खुल गए, जबकि बद्रीनाथ के 12 मई को पट खुलेंगे.
अक्षय तृतीया पर सोना जरूर खरीदें
कहते हैं कि अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना (Buy Gold) बहुत शुभ माना गया है. आज के दिन सोने की कोई भी चीज़ खरीद लें सोने के आभूषण खरीद सकते है. दान पुण्य का बड़ा महत्व बताया गया है. पितरों का स्मरण कर उनका पिंड दान कर सकते है. ऐसा करने से पितृ दोष समाप्त होता है. यही नहीं गन्ना, फल, हाथ से बने पंखे व वस्त्र दान कर सकते है. इसके साथ ही नारायण-लक्ष्मी की विधि विधान से पूजन किया जाता है. जिससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
भगवान विष्णु ने नर नारायण का लिया अवतार, परशुराम जी का हुआ था जन्म
अक्षय तृतीया आज 10 मई को सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर प्रारम्भ हो चुकी है, इसका समापन 11 मई सुबह 2 बजकर 50 मिनट पर होगा. साल का सबसे पवित्र दिन अक्षय तृतीया कहा जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सतयुग, त्रेतायुग की शुरुआत भी अक्षय तृतीया के दिन से हुई थी इसके साथ ही भगवान श्री हरि ने नर-नारायण का अवतार भी इसी दिन लिया था, यही नहीं परशुराम जी का जन्म भी इसी दिन हुआ था. इस दिन कोई भी शुभ कार्य करना श्रेष्ठ माना गया है, मतलब किसी भी प्रकार के मुहूर्त की जरूरत नहीं पड़ती. हालांकि इस बार शुक्र अस्त है तो मांगलिक कार्य नहीं हो सकते लेकिन सोना-चांदी खरीदा जा सकता है.