राजनीति:आज ईवीएम में बन्द हो गया देश के इन दिग्गजों का भाग्य..!
छठे चरण के अंतर्गत देश के 7 अलग अलग राज्यों की 59 सीटों पर मतदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.. इस चरण में कैसा रहेगा मतदान और किन दिग्गजों की क़िस्मत हो जाएगी ईवीएम में कैद..पढ़े युगान्तर प्रवाह की इस रिपोर्ट में।

युगान्तर प्रवाह डेस्क: छठे चरण का मतदान आज सुबह 7 बजे से शुरू हुआ गया था।इस चरण में देश के अलग अलग 7 राज्यों की 59 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं।इसमें उत्तर प्रदेश की 14,बंगाल की 8 बिहार की 8, हरियाणा की 10, झारखंड की 4, मध्य प्रदेश की 8, और दिल्ली की 7 सीटें शामिल हैं।बात करें अब तक हुए पांच चरणों के चुनावों में मतदान प्रतिशत की तो वो कुछ इस प्रकार रहा है।चुनाव के पहले चरण में 69.50%, दूसरे चरण में 69.44%, तीसरे चरण में 68.40%, चौथे चरण में 65.51% और पाँचवें चरण में 63% मतदान हुआ था।छठे चरण में शाम 6 बजे तक क़रीब 55% मतदान हो चुका है।
इन दिग्गजों का भाग्य ईवीएम में होगा बन्द...
छठे चरण में देश के कई सियासी दिग्गजों का भाग्य दांव पर लगा हुआ है। यूपी की आजमगढ़ सीट से सपा प्रमुख अखिलेश यादव चुनावी मैदान में हैं।जिनके सामने भाजपा की तरफ़ से चुनाव लड़ रहे निरहुआ ने कड़ी चुनौती पेश की हैं।इसके अलावा सुल्तानपुर सीट से मेनका गांधी,प्रयागराज से रीता बहुगुणा जोशी की भी किस्मत का फ़ैसला आज मशीनों में बन्द हो गया।दिल्ली की बात करे तो क्रिकेटर से नेता बने गौतम गंभीर,कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित,भाजपा के बड़े नेता डॉ हर्षबर्धन व बॉक्सर विजेंदर सिंह सहित कई दिग्गज छठे चरण के रण में मैदान में थे।
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इसके अलावा जिस सीट पर पूरे देश की निगाह लगी हुई है वह मध्यप्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट वहां भी छठे चरण के अंतर्गत आज वोट डाले गए।इस सीट पर भाजपा ने मालेगांव बम धमाकों की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ उतार पूरे चुनाव को हिन्दू आतंकवाद बनाम दिग्विजयसिंह कर दिया है।आपको बता दे कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर जब मालेगांव बम धमाकों के आरोप में गिरफ्तार हुई थी तो दिग्विजय सिंह ने हिन्दू आतंकवाद की थ्योरी दी थी।इसके लिए उनकी व उनकी पार्टी कांग्रेस की तीख़ी आलोचना पूरे देश में हुई थी।अब वही प्रज्ञा ठाकुर जब दिग्विजय के खिलाफ ताल ठोंक रही हैं तो मुकाबला बेहद कड़ा व दिलचस्प हो गया है।
आपको यह भी बता दे कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के ऊपर अभी भी आतंकवाद के आरोप लगे हुए हैं जो फ़िलहाल ज़मानत पर जेल से रिहा हैं।