UP Electricity News:यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली का त्राहिमाम रात में भयंकर कटौती पूरे दिन में मात्र 3-4 घण्टे की आपूर्ति
यूपी में इन दिनों भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. साथ ही बिजली की आपूर्ति न हो पाने के चलते लोगों की औऱ भी दुर्दशा हो रही है.सरकार के बिजली आपूर्ति के तमाम वादों की पोल खुलती जा रही है.पढ़ें युगान्तर प्रवाह की ये रिपोर्ट..

UPPCL News:भीषण गर्मी में बढ़ी हुई बिजली की मांग के सापेक्ष उत्पादन नहीं हो पा रहा है जिसके चलते आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है.ग्रामीण इलाकों में हालात औऱ भी बदतर हैं.ग्रामीण क्षेत्रों में अट्ठारह घण्टे सरकार का बिजली देने का वादा बेमानी साबित हो रहा है.इतना ही नहीं ऊर्जा मंत्रालय की तरफ़ से आदेश में यह भी कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घण्टे में जो 6 घण्टे की कटौती होना है वह दिन में की जाए औऱ सूर्यास्त से लेकर सूर्योदय तक निर्बाध बिजली की आपूर्ति हो.लेकिन इन आदेशों का कंही से पालन होता नहीं दिख रहा है.
बिजली विभाग में कार्यरत एक जेई ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में दिन में तीन घण्टे औऱ रात में तीन घण्टे बिजली कटौती करने का निर्देश है. लेकिन इतनी कटौती के बाद भी काम नहीं चल पा रहा है क्योंकि गर्मी के मद्देनजर बढ़ी हुई बिजली की मांग औऱ उसके सापेक्ष कम प्राप्त हो रही बिजली के चलते रात में ही 5 से 6 घण्टे आपूर्ति रोकनी पड़ रही है.
विभाग के ही एक दूसरे जेई ने बातचीत करते हुए बताया कि अभी अप्रैल महीने में ही बिजली की मांग जबरदस्त बढ़ गई है. यदि उत्पादन नहीं बढ़ता है तो आगे आने वाले दिनों में बिजली संकट औऱ भी ज़्यादा गहरा जाएगा.
बीते साल मार्च माह में 18,593 मेगावाट और अप्रैल में 19,837 मेगावाट की बिजली की मांग थी.लेकिन इस बार गर्मी अभी से रिकॉर्ड तोड़ने लगी है. लिहाजा बिजली की मांग में पिछले साल की तुलना में जबरदस्त इजाफा होने लगा है. पिछले साल की तुलना में इस साल मार्च-अप्रैल में बिजली की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़कर 20,479 मेगावाट और वर्तमान में 21,483 मेगावाट तक पहुंच गई है. कटौती के बिना अब बिजली आपूर्ति कर पाना भी विभाग के लिए संभव नहीं रह गया है. ऐसे में अब बिजली विभाग किसी न किसी बहाने बिजली कटौती में जुट गया है.