Bharat Bandh:किसानों के भारत बंद का पूरे देश में दिख रहा असर.!
किसानों द्वारा आठ दिसम्बर को बुलाए बंद का असर पूरे देश में देखने को मिल रहा है..कई राज्यों में इसका व्यापक असर दिख रहा है तो वहीं कुछ राज्यों में इसका असर कम है..पढ़ें युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट..
डेस्क:भारत बन्द में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान समेत कई राज्यों के किसान संगठन शामिल हैं। ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमिटी के बैनर तले बुलाए गए भारत बंद में देशभर के 400 से ज्यादा किसान संगठन शामिल हैं।मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस समेत दर्जन भर राजनीतिक दलों ने भी बंद का समर्थन किया है।Bharat bandh
किसान संगठनों ने बंद करने वालों से अपील की है कि भारत बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण हो।इसमें किसी तरह की तोड़फोड़, हिंसा या आगजनी की घटना या जबदस्ती की घटना न हो।किसान संगठनों ने कहा है कि जो भी राजनीतिक दल बंद का समर्थन करना चाहें, वे अपना झंडा-बैनर छोड़कर किसानों का साथ दें।Bharat bandh news
सभी से 'सांकेतिक' बंद में शामिल होने की अपील करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि अपने प्रदर्शन के तहत पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 3 बजे तक वे 'चक्का जाम' प्रदर्शन करेंगे, जिस दौरान प्रमुख सड़कों को जाम किया जाएगा।प्रदर्शन के तहत उत्तरी राज्यों खासकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के किसान सड़कों पर उतरे हैं।Bharat bandh updates
लगभग सभी विपक्षी दलों द्वारा ‘भारत बंद' को समर्थन देने और कई संगठनों के किसानों के समर्थन में समानांतर प्रदर्शन करने की घोषणा के बाद केंद्र ने परामर्श जारी करते हुए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सुरक्षा बढ़ाने और शांति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे किसानों के एक समूह से सोमवार को कहा कि नए विधानों से कृषकों और खेती-बाड़ी को लाभ होगा।उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ऐसे आंदोलनों से निपटेगी।पद्मश्री से सम्मानित कंवल सिंह चव्हान की अगुवाई में 20 'प्रगतिशील किसानों' के प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मंत्री के साथ बैठक में कहा कि सरकार नए कृषि कानूनों के कुछ प्रावधानों को संशोधित करे, लेकिन उन्हें (कानूनों को) निरस्त नहीं करना चाहिए।