राजीव त्यागी की मौत का जिम्मेदार कौन..?भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के गिरफ्तारी की माँग..!
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व नेता राजीव त्यागी का बुधवार शाम अचानक हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया..उनको अटैक उस वक्त पड़ा जब वह एक राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल के लाइव टीवी डिबेट में हिस्सा ले रहे थे..पढ़ें युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट..
डेस्क:कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी की मौत के बाद ट्वीटर पर #ArrestSambitPatra ट्रेंड करने लगा, लोग ट्वीटर पर राजीव त्यागी की मौत के लिए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और रोज शाम टीवी न्यूज़ चैनलों पर आती लाइव डिबेट्स को जिम्मेदार मान रहे हैं।
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ऐसी माँग करने वालों का तर्क है कि टीवी डिबेट्स का स्तर अब बहुत निम्न हो गया है।तेज़ शोर शराबा,हिंसक बातचीत, व्यक्तिगत टिप्पणियां और फिर कभी कभी तो खुलेआम गाली गलौच व मारपीट टीवी डिबेट्स में अब आम हो गया है।राजीव त्यागी को जिस डिबेट्स के दौरान अटैक पड़ा उसमें भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा भी शामिल थे।बंगलौर में हुई हिंसा पर जारी इस बहस के दौरान एक समय पर संबित पात्रा राजीव त्यागी को जयचंद कहते हैं साथ ही उनके माथे पर लगे हुए टीके को लेकर भी व्यक्तिगत टिप्पणी करते हैं।दिल्ली यूथ कांग्रेस की तरफ़ से ट्वीटर पर लिखा गया है कि-
बदतमीजी के साए में, झूठ की पहचान है,
नफ़रत की दुकान में, ज़हरीला पकवान है!
#ArrestSambitPatra
कांग्रेस के एक अन्य राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ द्वारा कहा गया कि-"राजीव त्यागीजी पर जो दबाव डिबेट के दौरान रहा होगा वह मैं समझ सकता हूँ।यह संयम व आचरण की परीक्षा देने जैसा है,सुनियोजित व्यवस्था के तहत आवाज़ बंद करना,व्यक्तिगत व पार्टी नेताओं के लिए अपशब्द,1 कांग्रेस प्रवक्ता के ख़िलाफ़3-4 घोषित-अघोषित प्रवक्ता जैसे कुछ हथकंडे हैं
यह खेल कब तक?"
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बहस के उस हिस्से को जिसमें पात्रा राजीव त्यागी को जयचंद और उनके माथे पर लगे टीके को लेकर व्यक्तिगत टिप्पणी कर रहें हैं उसको रीट्वीट करते हुए लिखते हैं कि- "कब तक ज़हरीली डिबेट और विषैले प्रवक्ता संयम और सादगी की ज़बान की जान लेते रहेंगे?कब तक इस बहस से टीआरपी का धंधा चलेगा?कब तक हिंदू-मुसलमान के विभाजन का ज़हर इस देश की आत्मा को लीलता रहेगा?
कब तक?
#rajiv_tyagi"
चंद मिनट में ख़त्म हो गई राजीव त्यागी की जिंदगी..
राजीव त्यागी शाम पाँच बजे से एक राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल पर जारी लाइव टीवी डिबेट्स में अपने घर से सीधे लाइव जुड़े हुए थे।डिबेट्स के दौरान परिवार का कोई सदस्य राजीव त्यागी के कमरे में नहीं जाता था।बगल के कमरें में टीवी पर उनकी पत्नी और बेटा बहस देख रहे थे।उनकी पत्नी ने बताया कि राजीव को बहस के दौरान असहज देख जब वह कमरे में पहुंचीं तो राजीव ने कहा कि वह असहज महसूस कर रहे हैं, इतना कहते ही वह कुर्सी से गिर गए। इसके बाद बेटा धनंजय भागता हुआ पड़ोस के एक डॉक्टर को बुलाकर लाया। डॉ. चौहान ने उन्हें तुरंत सीपीआर देकर अस्पताल ले जाने के लिए कहा। इसके बाद राजीव त्यागी के साले विवेक, कमलकांत, पत्नी संगीता और बेटा धनंजय व छोटू नाम का ड्राइवर 6:02 बजे कार से लेकर 6:10 बजे यशोदा अस्पताल पहुंचे। वहां डॉक्टरों की टीम ने तुरंत राजीव को आईसीयू में ले जाकर सीपीआर दी।
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यशोदा अस्पताल के सीओओ डॉ. सुनील डागर ने बताया कि शाम सवा छह बजे राजीव त्यागी को अस्पताल लाया गया था। सघन जांच के बाद उन्हें मृत पाया गया। रात करीब सवा आठ बजे परिजन अस्पताल से शव को लेकर घर के लिए निकले। इसके बाद परिजनों ने उनके पार्थिव शरीर को शीशे के बॉक्स में घर के कमरे में अंतिम दर्शन के लिए रखा। पति की मौत से गमगीन पत्नी संगीता और बेटा धनंजय समेत परिवार के अन्य लोग देर रात तक पार्थिव शरीर के पास ही बैठे रहे।