Delhi Crime In Hindi: भारत में बैठकर विदेशी नागरिकों से ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने किया भंडाफोड़ ! मास्टरमाइंड सहित 21 गिरफ्तार
फर्जी कॉल सेंटर
राजधानी दिल्ली से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. मामला नारायण विहार और द्वारका इलाके का है जहां पर स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट को लगातार यह जानकारी मिल रही थी कि एक इलाके के एक घर में चोरी-छिपे कुछ संदिग्ध हरकतें हो रही हैं जहां पर रोजाना बड़े पैमाने पर लड़के और लड़कियां आकर कंप्यूटर पर वर्क (Computer Work) करते हैं. जानकारी हुई तो पता लगा कि विदेश में बैठे लोगों को चूना लगा रहे थे. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी करते हुए मामले की जांच शुरू की.
अमेरिकन नागरिक को कर रहे थे टारगेट
दिल्ली पुलिस स्पेशल साइबर क्राइम यूनिट ने दिल्ली के अलग-अलग स्थानो में दो जगह चल रहे अवैध कॉल सेंटर (Illegal Call Centers) का भंडाफोड़ किया है. जानकारी के मुताबिक एक कॉल सेंटर नारायण विहार इलाके में जबकि दूसरा द्वारका में संचालित किया जा रहा था शुरुआती पूछताछ में एक चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि इन दोनों कॉल सेंटर के टारगेट सात समुंदर पार यानी अमेरिका (Americans) के नागरिक होते थे.
अमेरिकन एक्सेंट में करते थे बात
यह शातिर पहले तो ऑनलाइन वेबसाइट (Online Website) या फिर किसी भी तरह की कोई टेक्निकल सहायता का हवाला देते हुए अमेरिकंस के साथ ठगी (Fraud) करते थे जिसके लिए यहां पर हायर किए गए लड़के और लड़कियों के बात करने का तरीका जो अंग्रेजी में बात करने के साथ-साथ अमेरिकी एक्सेंट (America Accent) में भी बात करते थे जिससे कि अमेरिकंस इनकी बातों में बहुत ही जल्दी फंस जाते थे.
21 लोगो को किया गया गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक पहले कॉल सेंटर दिल्ली के नारायण विहार इलाके मैं संचालित किया जा रहा था. जिसमें स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट को लगातार यह जानकारी मिल रही थी कि यहां पर संदिग्ध लड़के-लड़कियां जाकर कंप्यूटर पर काम किया करते हैं इसके बाद पुलिस ने पहले तो पूरे मामले की जांच की उसके बाद छापेमारी करते हुए इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ करते हुए मौके से मास्टरमाइंड समेत 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. जब उनकी गिरफ्तारी की गई तो अधिकांश एम्पलाइज सर्विस प्रोवाइडर बनकर बात कर रहे थे.
हाईटेक सॉफ्टवेयर के जरिये अमेरिकन्स को बनाते थे शिकार
जब पुलिस की स्पेशल टीम और साइबर सेल ने उनके सिस्टम चेक किया तो सभी के होश उड़ गए. दरअसल यह सभी सदस्य बहुत ही हाईटेक सॉफ्टवेयर का प्रयोग (Use Hitech Software) करते थे और उनकी अंग्रेजी भी बहुत अच्छी थी ऑडियो सुनने से ऐसा लगता है कि कोई अमेरिकन भाषा (American Language) में बात कर रहा हो, जबकि यह सभी लड़के लड़कियां भारत के ही हैं सबसे बड़ी बात यह सॉफ्टवेयर इतना हाईटेक था कि जब यहां से यह लोग अमेरिका कॉल करते थे तो वहां पर इनका नंबर ना जाकर अमेरिका का लोकल नंबर ही शो होता था जिससे अमेरिकंस को यह लगता था कि फोन वहीं से किया गया है.
पहले करते थे ठगी फिर देते थे इसका समाधान
यह सभी एम्पलाइज अमेरिकंस को फोन करते थे फोन करने के बाद खुद को बड़ी-बड़ी वेबसाइट और ई-कॉमर्स कंपनी का एंप्लॉय बता कर उनकी सहायता करने के नाम पर उनके साथ ठगी कर लिया करते थे. जानकारी के मुताबिक अभी तक यह लोग सैकड़ो अमेरिकंस को अपना शिकार बना चुके हैं किसी भी व्यक्ति को अपनी बातों में फसाने के लिए ट्रेनिंग दी जाती थी अब यह कॉल सेंटर एक फ्लैट में चल रहा था जिससे कि किसी को इन पर शक भी नहीं होता था.
मास्टरमाइंड समेत 21 लोगो को किया गया गिरफ्तार
हालांकि पुलिस ने मौके से चार लड़कियों समेत 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. पूरे गोरखधंधे का मास्टरमाइंड मोहित बंसल और पुनीत भी शामिल है, पुलिस द्वारा दी जानकारी के मुताबिक बंसल और पुनीत पिछले 6 सालों से इस गोरख धंधे को चला रहे हैं किसी को शक ना हो इसके लिए लगातार यह दिल्ली और एनसीआर के अलग-अलग जगह पर अपना ठिकाना बदलते रहते थे ताकि इन पर किसी को शक ना हो.
आखिरकार यह सभी लोग पुलिस चंगुल में फंस ही गए छापेमारी के दौरान पुलिस को मौके से 21 लैपटॉप, 6 राउटर, 24 मोबाइल फोन और 23 लाख 50 हज़ार रुपये नगद भी बरामद किया है. दूसरा मामला राजधानी दिल्ली के द्वारका का है जहां पर भी एक फर्जी कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा था पुलिस ने यहां से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.