Fatehpur News : बिजली कर्मियों के हड़ताल के चलते फतेहपुर में चरमराई विधुत व्यवस्था, पानी के लिए तरस रहे लोग
बिजली कर्मियों द्वारा 72 घण्टों की हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. फतेहपुर में हड़ताल के चलते आधा शहर अंधेरे में है वहीं दो सैकड़ा से अधिक गाँव बिजली कटौती से प्रभावित हैं. जिला प्रशासन द्वारा हड़ताल को देखते हुए इंतजाम किए गए थे. लेकिन हड़ताल के पहले ही दिन सारे इंतजाम फेल साबित हुए.
हाईलाइट्स
- बिजली कर्मियों की 72 घण्टे हड़ताल..
- आधे शहर में 24 घण्टे से बिजली आपूर्ति बाधित..
- लोगों में गुस्सा, समाधान निकाले सरकार..
Fatehpur Bijali Strike : बिजली कर्मियों द्वारा की गई 72 घण्टों की हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है. फतेहपुर ज़िले में हड़ताल के चलते विधुत व्यवस्था बेपटरी हो गई है. आधे शहर में 24 घण्टे से आपूर्ति बाधित है. ग्रामीण इलाकों का भी बुरा हाल है.
दो सौ से ज्यादा गाँव में आपूर्ति गुरुवार से बाधित है. हड़ताल को देखते हुए जिला प्रशासन ने पॉवर हाउसों औऱ उपकेंद्रों पर अलग से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गईं हैं. लेकिन हड़ताल के पहले ही दिन इस व्यवस्था की पोल खुल गई. बुधवार देर शाम शहर के कुछ फीडरों में थोड़ी देर के लिए सप्लाई शुरु हुई लेकिन फॉल्ट के चलते फिर बाधित हो गई.
जानकारी के अनुसार जिले के 33 केवी हरिहरगंज, 33 केवी असोथर,
33 केवी चुरियानी, 33 केवी फतेहपुर फ़ीडर गुरुवार से ब्रेकडाउन हैं. इन फीडरों से सप्लाई बाधित है, जिसके चलते हजारों घरों की बत्ती गुल है. शदर में बिजली आपूर्ति बाधित होने से पानी का बड़ा संकट खड़ा हो गया है. लोगों के घरों में पानी का खत्म हो गया है. अब हैंडपंपों का सहारा बचा है.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधुत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा 72 घण्टों की हड़ताल का ऐलान किया गया है. संघर्ष समिति अपनी 14 सूत्री मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रही है. लेकिन सरकार द्वारा अभी तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. बीते दिनों ऊर्जा मंत्री के साथ हुई संघर्ष समिति की वार्ता बेनतीजा रही थी जिसके बाद से विधुत कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है. यदि सरकार औऱ संघर्ष समिति के बीच बात नहीं बनी तो आगे आने वाले दिनों में बिजली आपूर्ति का बड़ा संकट पैदा हो सकता है.