सावन विशेष:इस पवित्र माह में ऐसा करने से बचना चाहिए..!
पवित्र सावन महीने में भगवान शिव की आराधना करने का महत्व है।लेक़िन कुछ ऐसे भी काम हैं जो इस महीने नहीं करने चाहिए..पढ़ें युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट।
डेस्क:सावन का पवित्र महीना शुरू है।लोग सुख सम्रद्धि और शांति के भगवान शिव की आराधना में जुटे हुए हैं।लेक़िन आपकी पूजा निष्फ़ल हो सकती है,यदि आप इस पवित्र माह में कुछ कामों को करते हैं तो।आइए जानते हैं कि सावन माह में क्या नहीं करना चाहिए..
माँस मदिरा का सेवन भूल कर न करें..
हिन्दू धर्म को मानने वाले लोगों के लिए यह बेहद ज़रूरी है कि सावन माह में माँस मदिरा (शराब) का सेवन नहीं करना चाहिए।आध्यात्मिक रूप से और वैज्ञानिक रूप से भी इस महीने में तामसी भोजन करना हानिकारक होता है।सम्भव हो तो सावन माह में लहसुन प्याज़ का भी त्याग करना चाहिए।
क्रोध पर रखें काबू..
क्रोध करना तो वैसे भी नुकसानदायक होता है क्रोध में लिए गए फैसले अक्सर बाद में हमें हानि पहुंचाते हैं। जब क्रोध आता है, तो मन की एकाग्रता और सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो जाती है। ऐसी स्थिति में हमारा मन अशांत हो जाता है। और अशांत मन से कि गई पूजा निष्फल जाती है।
सुबह की पूजा सर्वश्रेष्ठ..
वैसे तो भगवान की भक्ति किसी भी समय की जा सकती है।लेक़िन सावन माह में शिव की आराधना करने के लिए ब्रह्ममुहूर्त यानि भोर पहर का समय सबसे उपयुक्त है।सावन में जल्दी उठने की दिनचर्या बनाएं और सुबह जल्दी ही नहा धोकर भगवान शिव की पूजा करें।
गृह कलह से बचें..
सावन महीने में परिवार में शान्ति बनाएं रखें।छोटी छोटी बातों में गुस्सा होकर लड़ाई झगड़ा न करें।पति पत्नी आपस में बहसबाजी और झगड़ा करने से बचें।घर में अशांति रहेगी तो आपके द्वारा की गई शिव आराधना निष्फ़ल हो जाएगी।