Please enable JavaScript to support our website by allowing ads.

अध्यात्म:क्या आपको पता है..एक बार भगवान शंकर ने इस खतरनाक जंतु का रूप धारण किया था..जानें पूरी कथा..!

अध्यात्म:क्या आपको पता है..एक बार भगवान शंकर ने इस खतरनाक जंतु का रूप धारण किया था..जानें पूरी कथा..!
फोटो साभार गूगल

आज सोमवार है जिसे भगवान शंकर का दिन कहा जाता है.. आज हम उनसे ही जुड़ी एक पौराणिक कहानी आपको बता रहे हैं..पढ़े युगान्तर प्रवाह पर...

डेस्क:एक बार भगवान शंकर ने मगरमच्छ का रूप धारण किया था।वो भी माता पार्वती की वजह से है।कई धार्मिक किताबों में इस बात का जिक्र मिलता है कि माता पार्वती की परीक्षा लेने के लिए भगवान शंकर ने मगरमच्छ का रूप धारण किया था।

क्या है पूरी कहानी..

माता पार्वती शिव जी को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तप कर रही थीं। उनके तप को देखकर देवताओं ने शिव जी से देवी की मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना की।शिव जी ने पार्वती जी की परीक्षा लेने सप्तर्षियों को भेजा। सप्तर्षियों ने शिव जी के सैकड़ों अवगुण गिनाए पर पार्वती जी को महादेव के अलावा किसी और से विवाह मंजूर न था।विवाह से पहले सभी वर अपनी भावी पत्नी को लेकर आश्वस्त होना चाहते हैं।इसलिए शिव जी ने स्वयं भी पार्वती की परीक्षा लेने की ठानी।

ये भी पढ़े-U19 World Cup:भारत को हरा विश्वविजेता बना बांग्लादेश..ये रही हार की मुख्य वजह..!

Read More: नवरात्रि में गाएं देवी मां के ये गीत: 5 बेहतरीन लिखे हुए देवी गीत हिंदी में

भगवान शंकर प्रकट हुए और पार्वती को वरदान देकर अंतर्ध्यान हुए। इतने में जहां वह तप कर रही थीं, वही पास में तालाब में मगरमच्छ ने एक लड़के को पकड़ लिया।लड़का जान बचाने के लिए चिल्लाने लगा। पार्वती जी से उस बच्चे की चीख सुनी न गई। द्रवित हृदय होकर वह तालाब पर पहुंचीं। देखती हैं कि मगरमच्छ लड़के को तालाब के अंदर खींचकर ले जा रहा है। (lord shiva story)

Read More: Sindoor Lal Chadhayo Aarti PDF: शेंदूर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुख को आरती लिरिक्स, गणेश जी इस आरती से दूर होते हैं कष्ट

लड़के ने देवी को देखकर कहा- मेरी न तो मां है न बाप, न कोई मित्र माता आप मेरी रक्षा करें।पार्वती जी ने कहा- हे ग्राह इस लडके को छोड़ दो। मगरमच्छ बोला- दिन के छठे पहर में जो मुझे मिलता है, उसे अपना आहार समझ कर स्वीकार करना, मेरा नियम है।ब्रह्मदेव ने दिन के छठे पहर इस लड़के को भेजा है। मैं इसे क्यों छोडूं ? पार्वती जी ने विनती की- तुम इसे छोड़ दो। बदले में तुम्हें जो चाहिए वह मुझसे कहो।मगरमच्छ बोला- एक ही शर्त पर मैं इसे छोड़ सकता हूं। आपने तप करके महादेव से जो वरदान लिया, यदि उस तप का फल मुझे दे दोगी तो मैं इसे छोड़ दूंगा।

Read More: हरतालिका तीज व्रत कथा हिंदी PDF: शिव-पार्वती के दिव्य मिलन की पौराणिक कथा l Hartalika Teej Vrat Katha Lyrics

पार्वती जी तैयार हो गईं। उन्होंने कहा- मैं अपने तप का फल तुम्हें देने को तैयार हूं लेकिन तुम इस बालक को छोड़ दो। 

मगरमच्छ ने समझाया- सोच लो देवी, जोश में आकर संकल्प मत करो। हजारों वर्षों तक जैसा तप किया है वह देवताओं के लिए भी संभव नहीं। 

उसका सारा फल इस बालक के प्राणों के बदले चला जाएगा। 

पार्वती जी ने कहा- मेरा निश्चय पक्का है। मैं तुम्हें अपने तप का फल देती हूं। तुम इसका जीवन दे दो। 

मगरमच्छ ने पार्वती जी से तपदान करने का संकल्प करवाया। तप का दान होते ही मगरमच्छ का देह तेज से चमकने लगा। 

मगर बोला- हे पार्वती, देखो तप के प्रभाव से मैं तेजस्वी बन गया हूं। तुमने जीवन भर की पूंजी एक बच्चे के लिए व्यर्थ कर दी। चाहो तो अपनी भूल सुधारने का एक मौका और दे सकता हूं। 

पार्वती जी ने कहा- हे ग्राह ! तप तो मैं पुन: कर सकती हूं, किंतु यदि तुम इस लड़के को निगल जाते तो क्या इसका जीवन वापस मिल जाता ?

देखते ही देखते वह लड़का अदृश्य हो गया। मगरमच्छ लुप्त हो गया। पार्वती जी ने विचार किया- मैंने तप तो दान कर दिया है। अब पुन: तप आरंभ करती हूं। पार्वती ने फिर से तप करने का संकल्प लिया। भगवान सदाशिव फिर से प्रकट होकर बोले- पार्वती, भला अब क्यों तप कर रही हो?

पार्वती जी ने कहा- प्रभु ! मैंने अपने तप का फल दान कर दिया है। आपको पतिरूप में पाने के संकल्प के लिए मैं फिर से वैसा ही घोर तप कर आपको प्रसन्न करुंगी। 

महादेव बोले- मगरमच्छ और लड़के दोनों रूपों में मैं ही था। तुम्हारा चित्त प्राणिमात्र में अपने सुख-दुख का अनुभव करता है या नहीं, इसकी परीक्षा लेने को मैंने यह लीला रची। अनेक रूपों में दिखने वाला मैं एक ही एक हूं। मैं अनेक शरीरों में, शरीरों से अलग निर्विकार हूं। तुमने अपना तप मुझे ही दिया है इसलिए अब और तप करने की जरूरत नहीं।देवी ने महादेव को प्रणाम कर प्रसन्न मन से विदा किया। 

Tags:

Latest News

UP DAP Khaad Home Delivery: अब उत्तर प्रदेश में घर बैठे मिलेगी खाद ! सरकार ने शुरू की नई व्यवस्था, किसानों को मिलेगी बड़ी राहत UP DAP Khaad Home Delivery: अब उत्तर प्रदेश में घर बैठे मिलेगी खाद ! सरकार ने शुरू की नई व्यवस्था, किसानों को मिलेगी बड़ी राहत
उत्तर प्रदेश सरकार अब किसानों को खाद की होम डिलीवरी सुविधा देने की तैयारी में है. सहकारिता विभाग गैस सिलेंडर...
25 अक्टूबर 2025 का राशिफल: शनिवारी संयोग में खुलने वाले हैं भाग्य के द्वार, इन 3 राशियों पर बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा
Fatehpur News: खागा में भीषण सड़क हादसा ! नगर पंचायत ईओ देवहूति पांडेय गंभीर रूप से घायल, कानपुर रेफर
Fatehpur News: फतेहपुर में दिवाली की रात भड़की आग ! भाजपा नेता के भाई की बस राख में तब्दील, दो वाहन क्षतिग्रस्त
Fatehpur News: फतेहपुर की पटाखा मंडी में आग के बाद भी प्रशासन लापरवाह! बिक रहा है प्रतिबंधित दईमार पटाखा
Fatehpur News: फतेहपुर के द ओक पब्लिक स्कूल में हुआ भगवान राम का राज्याभिषेक, जयकारों से गूंजा स्कूल परिसर
Fatehpur News: फतेहपुर की पटाखा मंडी में भीषण आग! 65 दुकानें और 40 बाइकें खाक, करोड़ों की आतिशबाजी राख में तब्दील

Follow Us