राजनीति:बागी हुए पायलट डिप्टी सीएम के पद से हटाए गए..राजस्थान में सीटों का गणित क्या कहता है..!
राजस्थान में कांग्रेस के अंदर मची हुई सियासी उठापटक के बीच सचिन पायलट को राज्य के उपमुख्यमंत्री के पद से हटा दिया गया है..पढ़ें युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट..

डेस्क:राजस्थान में कांग्रेस के अंदर क्या कुछ चल रहा है यह किसी से छिपा नहीं है राज्य के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत बीते दिन ही खुलकर सामने आ गई थी जब उन्होंने विधायकों के साथ होने वाली मीटिंग में जाने से इंकार कर दिया था उनको मनाने की लगातार कोशिशें जारी रही लेकिन नतीजा सिफर रहा अब खबर है कि पायलट को राज्य के उप मुख्यमंत्री के पद से हटा दिया गया है।
साथ ही कांग्रेस ने उन्हें राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया हालांकि अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि सचिन पायलट अब तक कांग्रेस पार्टी में है या पार्टी से भी निकाल दिए गए हालांकि सूत्रों के हवाले से यह खबर जरूर आ रही है विधायकों की मीटिंग के दौरान कांग्रेसी विधायकों ने पायलट को पार्टी से निकाले जाने की बात कही है अब देखना यह दिलचस्प हो जाता है कि पायलट की अगली चाल क्या होगी फिलहाल राजस्थान में अशोक गहलोत अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाते हुए नजर आ रहे हैं।
पायलट की बग़ावत के बावजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास सरकार चलाने के लिए बहुमत तो है, मगर कुछ लोगों के हेरफेर से ही उनकी सरकार मुसीबत में आ सकती है।
गहलोत समर्थकों का दावा है कि 'उनकी टीम में 106 विधायक हैं' जो राजस्थान में बहुमत के लिए ज़रूरी नंबर 101 से पाँच अधिक हैं. राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं।
पायलट खेमे ने सोमवार को मुख्यमंत्री गहलोत को 106 विधायकों के समर्थन वाली बात पर शंका ज़ाहिर की थी।
उन्होंने कहा था, 'यदि उनके पास 106 विधायक हैं तो उनके पास संख्याबल है. ऐसे में उन्हें विधायकों को एक होटल में बंद करके रखने की क्या ज़रूरत है?'बहरहाल, मंगलवार को हुई बैठक में अशोक गहलोत के समर्थकों की संख्या 102 रही।