UP News : कानपुर में डेढ़ साल तक शव के साथ रहते रहे परिवार के लोग जिंदा समझते थे
- By युगान्तर प्रवाह संवाददाता
- Published 23 Sep 2022 05:10 PM
- Updated 06 Jun 2023 10:53 AM
यूपी के कानपुर जिले से एक हैरान कर देने वाला सामने आया है.बताया जा रहा है कि एक घर में डेढ़ साल से शव रखा था,परिवार के लोग जिंदा समझते थे.क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं.
Kanpur Dead Body News : उत्तर प्रदेश के कानपुर ज़िले से एक हैरान कर देने वाला सामने आया है.यहाँ एक परिवार बीते डेढ़ साल से डेड बॉडी के साथ घर में रह रहा था. परिवार के लोगों का विश्वास था कि वह डेड बॉडी नहीं जिंदा हैं औऱ कोमा में हैं. शुक्रवार को जब आयकर विभाग की टीम पेंशन के सर्वेक्षण के लिए घर पहुंची तब मामले का खुलासा हुआ.
बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति की डेड बॉडी है उनकी पत्नी की मानसिक हालत ठीक नहीं है.पुलिस ने किसी तरह शव को हैलट अस्पताल भेजवाया है, जहाँ पोस्टमार्टम के लिए शव रखा गया है. हालांकि सभी इस बात से हैरान है कि इतने लंबे वक्त तक परिवार के लोग शव के साथ रहे कैसे. बताया जा रहा है कि शव पूरी तरह से सूख चुका है.
कोरोना की दूसरी लहर में हो गई थी मौत..
जानकारी के अनुसार कानपुर के रावतपुर थाना क्षेत्र में इनकम टैक्स चाैराहा कृष्णपुरी में रहने वाले आयकर विभाग ( Income Tax Employee Vimlesh Dixit ) के कर्मचारी विमलेश दीक्षित की मौत कोरोना काल में 22 अप्रैल 2021 को हुई थी. अस्पताल की तरफ से मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया जा चुका है.शव को लेकर परिवार के लोग घर आ गए थे. उन्होंने शव का अंतिम संस्कार न करके घर के एक कमरे में रख दिया था.Kanpur Dead Body News
आज यानी 23 सितंबर को आयकर विभाग की टीम घर पहुँचीं, क्योंकि मृत्यु प्रमाणित न होने की वजह से पारिवारिक पेंशन का निर्धारण नहीं हो पा रहा था. इसलिए आयकर विभाग ने सीएमओ से जांच कराकर रिपोर्ट देने का आग्रह किया था. उनके आग्रह पर सीएमओ ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की है.जब टीम घर पहुँचीं तो घरवाले विरोध करने लगे जिसके बाद पुलिस मौक़े पर पहुँचीं.
फ़िलहाल इस पूरे प्रकरण की प्रशासन जाँच में जुटा हुआ है, पत्नी की मानसिक स्थिति ठीक न होने की बात कही जा रही है, हालांकि परिवार के अन्य सदस्यों ने इस तरह का काम क्यों किया यह अपने आप में बड़ा सवाल है. मोहल्ले के लोग इस घटना के सामने आने के बाद हैरान हैं, कुछ लोग बताते हैं कि यहाँ सबको पता था कि वह कोमा में हैं, परिवार के लोग भी यही बताते थे.