Pitra visarjan Amavasya 2021: सर्व पितृ अमावस्या पर इस साल गजछाया योग इतने सालों बाद हुआ है ऐसा
- By युगान्तर प्रवाह संवाददाता
- Published 05 Oct 2021 01:02 PM
- Updated 18 May 2023 12:09 PM
पितृ पक्ष की अमावस्या तिथि 6 अक्टूबर को है.इसी दिन पितृ पक्ष का अंतिम श्राद्ध भी होता है.इसे सर्व पितृ अमावस्या या पितृ विसर्जन अमावस्या भी कहते हैं. Sarva Pitru Amavasya Date 2021 Gajchhaya Yoga
Pitra visarjan Amavasya 2021:पितृ विसर्जन अमावस्या 6 अक्टूबर को है.पितृ पक्ष का यह आखरी दिन होता है.इसी दिन अंतिम श्राद्ध के साथ पितृ पक्ष की समाप्ति हो जाती है.इस साल पितृ पक्ष अमावस्या के दिन गजछाया योग भी बन रहा है.Gajchhayaa Yog Pitra visarjan amavasya 2021
क्या है गजछाया योग... Gajchhaya Yog
गजच्छाया योग में श्राद्ध करने का विशेष महत्व बताया गया है.इस शुभ योग में किए गए श्राद्ध, तर्पण और दान का अक्षय फल मिलता है। इस शुभ योग में श्राद्ध करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है, घर में समृद्धि और शांति भी मिलती है। इस बार पितृपक्ष में गजच्छाया योग 6 अक्टूबर को बन रहा है.ये दुर्लभ योग तिथि, ग्रह और नक्षत्रों की विशेष स्थिति से बनता है। ज्योतिषियों के अनुसार ये शुभ योग साल में लगभग 1 या 2 बार ही बनता है.औऱ पितृ पक्ष में यह योग दस साल बाद बन रहा है.Gajchhaya Yoga Pitra Visarjan Amavasya
भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद के सदस्य आचार्य राकेश झा ने बताया कि कल बुधवार को आश्विन कृष्ण अमावस्या यानि पितृपक्ष के अंतिम दिन महालया पर्व पर हस्त नक्षत्र के साथ गजछाया तथा सर्वार्थ सिद्धि योग का पुण्यप्रद संयोग बन रहा है.इस तरह के शुभ संयोग में श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान एवं दान करने से पितरों का आशीर्वाद और अक्षय फल मिलता है.ऐसा संयोग सात वर्ष पूर्व 2010 में बना था.अब साल 2029 में यह योग बनेगा.गज छाया योग के बारे स्कंद पुराण में वर्णित है.इस योग में श्राद्ध करने का विशेष महत्व होता है.Pitra Visarjan Amavasya
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