
Bank Name In Hindi: अक्सर साक्षात्कार में पूछा जाता है सवाल ! BANK को हिंदी में क्या कहते हैं?, नहीं पता तो यहां जानिए मतलब और फुल फॉर्म
Bank Full Form In Hindi
अपनी जमापूंजी (Savings) को सुरक्षित रखना घर की बजाय बैंक (Banks) में सुरक्षित (Safe) रहता है. कम आय हो या ज्यादा आय कुछ न कुछ पूंजी बैंक में जमा होते रहना चाहिए. बैंक में यदि पैसा जमा होता रहे इससे आपकी रकम सेव होती रहेगी और उचित ब्याज भी मिलेगा. हर एक के मन में सवाल रहता है कि बैंक को हिंदी (Hindi) में क्या कहते हैं और इसका फुल फॉर्म (Full Form) क्या है. यदि नहीं पता तो हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे कि बैंक को हिंदी में क्या कहा जाता है.

बैंकों में जमापूंजी काफी सुरक्षित
बैंक (Bank) का काम क्या होता है यह तो आप जानते ही होंगे, बैंकों में पैसा जमा या निकासी की सुविधा, बैंक से सम्बन्धित अन्य कार्यों में कई स्कीमों का प्रावधान है, सुरक्षित रकम के लिए अक्सर लोग एफडी (Fixed Deposit) कराते हैं. जिसमें उचित दर पर ब्याज (Interest Rate) मिलता रहता है, अब आप सोच रहे होंगे बैंक हर तरह से सुरक्षित है, बैंक ग्राहकों के पैसों की सुरक्षा के साथ ही कई स्कीम और एफडी का लाभ भी देता है. जिसमें उचित दर पर ब्याज के साथ अपनी रकम को बढ़ा सकते हैं. इसलिए कहा जाता है कि बैंक में अपनी आय का हिस्सा जरूर कुछ न कुछ जमा करते रहेंगे ताकि भविष्य में उसका आप सदुपयोग कर सकें.

बैंक को हिंदी में क्या कहते हैं?
अब बैंकों में ग्राहकों के पैसों की इतनी सहूलियत को देखते हुये आप सबके मन में एक सवाल जरूर उठता होगा कि आखिर बैंक को हिंदी में क्या बोलते हैं. अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं व साक्षात्कार (Interview) में यह प्रश्न पूछा जाता है जिसमें लोग इसका उत्तर नहीं बता पाते. चलिए आपको बताएंगे कि बैंक को हिंदी (Bank Name Hindi) में क्या कहते हैं, दरअसल बैंक को हिंदी में अधिकोष कहते हैं, अधिकोष का मतलब ग्राहकों के पैसों को सुरक्षित रखना. एक निश्चित ब्याज दर पर उधार देती है. बैंको में ग्राहकों का पैसा सेव होता रहता है. जिससे उन्हें आगे रकम निकालने में भी ब्याज के साथ लाभ मिलता है.
बैंक का फुल फार्म क्या है?
बैंक का हिंदी में मतलब तो आप सभी जान गए होंगे और बैंक से जुड़े अहम लाभ भी आप जानते होंगे, यदि कोई समस्या आती है तो आप बैंक में ही सहायता केंद्र काउन्टर पर पहुंचकर खाता खुलवाने से लेकर, स्कीम, एफडी और ब्याज सम्बन्धित जानकारी ले सकते हैं. यही नहीं आजकल तो डिजिटल सब कुछ है तो आप कई मोबाइल एप व बैंक के सहायता नम्बर पर मिसकॉल देकर अपनी सेविंग की जानकारी कर सकते हैं. अब बात आती है बैंक के फुलफॉर्म (Bank Full Form) की, तो आपको बता दें यह भी प्रश्न अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जाता है. इसमें भी परीक्षार्थी फंसते नजर आते हैं, बैंक का फुलफार्म की बात करें तो बॉरोइंग एक्सेप्टिंग नेगोशिएटिंग और कीपिंग (Borrowing, Accepting, Negotiating And Keeping) है.
