फ़तेहपुर:Exclusive:करोड़ो के घोटाले में फसी जीएमआर कम्पनी..युगान्तर प्रवाह की ख़बर के बाद जागा प्रशासन..दो नाम जद लोगों सहित दर्ज हुआ मुकदमा.!
फ़तेहपुर में शिस्ट्रा कम्पनी के इंजीनियर अजय कुमार की दिनदहाड़े हुई हत्या के बाद सुर्खियों में आई जीएमआर कम्पनी पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगा है।इसबार बाबा कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार महेश प्रताप सिंह ने अपने दो पार्टनरों सहित जीएमआर के कर्मचारियों पर धोखाधड़ी अभिलेखों में हेराफेरी करके करोड़ो रुपये का बंदरबांट करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई हैं..पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट...
फ़तेहपुर:डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर (DFCC) का जनपद में काम कर रही जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कम्पनी शिस्ट्रा कंपनी के इंजीनियर अजय कुमार की हत्या के बाद चर्चा में आई थी। जानकारी के अनुसार लगभग चार करोड़ के पेमेंट करने में अड़चन बन रहे इंजीनियर अजय कुमार की हत्या ठेकेदार आयुष शर्मा ने कर दी थी। ऐसा ही एक मामला बाबा कंस्ट्रक्शन कम्पनी है जिसमें किसी की हत्या तो नहीं हुई लेकिन कम्पनी के ठेकेदार महेश प्रताप सिंह को आत्महत्या के दोराहे पर जरूर खड़ा कर दिया था।
पिछले दो वर्षों से कम्पनी और अपने पार्टनर के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कराने के लिए भटक रहे महेश प्रताप सिंह के मामले को युगान्तर प्रवाह ने प्रमुखता से उठाया जिसके बाद प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए शनिवार को कल्याणपुर थाने में महेश के पार्टनर अनिल गुप्ता उसके भाई राजेश गुप्ता सहित कंपनी के ऊपर धोखधड़ी जालसाजी और दस्तावेजों में हेरफेर करने के एवज में आईपीसी की धारा 419,420,467,468 लगाते हुए मुकदमा पंजीकृत करके विवेचना प्रारंभ कर दी है।
क्या था पूरा मामला...
जीएमआर कम्पनी का काम करने वाली बाबा कंस्ट्रक्शन कम्पनी गुड़गांव के लेबर डिपार्टमेंट से रजिस्टर्ड एक फर्म थी जिसके प्रोपराइटर रामकृष्ण छोङकर हैं जिन्होंने 6 सितम्बर 2016 को फ़तेहपुर में जीएमआर कम्पनी से अर्थवर्क अर्थात रेलवे ट्रैक के नीचे मिट्टी के पैड बनाने का काम लिया था।इस काम के लिए रामकृष्ण ने अपनी कम्पनी में तीन लोगों के साथ मिलकर साझेदारी की थी जिसमें अनिल कुमार गुप्ता पुत्र लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता मूलनिवासी फ़तेहपुर, अस्थाई पता अलवर राजस्थान।राजेश कुमार गुप्ता पुत्र लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता निवासी फतेहपुर और महेश प्रताप सिंह फतेहपुर के साथ मिलकर एक पार्टनरशिप डीड बनाई थी और जीएमआर में काम करने लगे थे लेकिन जब पेमेंट का समय आया तो बाबा कंस्ट्रक्शन का पेमेंट रोककर जीएमआर कंपनी ने कहा कि आपकी फर्म सेल टैक्स में रजिस्टर्ड नहीं है जिसकी वज़ह से आपका पेमेंट नहीं किया जा सकता है।
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जीएमआर कम्पनी के द्वारा पेमेंट रोके जाने के कारण बाबा कंट्रक्शन कम्पनी ने फतेहपुर सेल टैक्स से अपना रजिस्ट्रेशन नए तरीके से कराया। इसबार महेश प्रताप सिंह इसके प्रोपराइटर बने और जीएमआर में सारे सत्तावेज लगाए गए। लेकिन जीएमआर कम्पनी ने पहले की बाबा कंस्ट्रक्शन कम्पनी के नाम का फायदा उठाते हुए महेश प्रताप सिंह को नया वर्क ऑर्डर नहीं दिया और काम पुरानी डीड के अनुसार चलता रहा।
घोटाले का मास्टरमाइंड पार्टनर अनिल कुमार गुप्ता और कम्पनी के कर्मचारियों ने मिलकर किया था करोड़ों का हेरफेर...
बाबा कंस्ट्रक्शन कम्पनी के नए प्रोपराइटर महेश प्रताप सिंह ने युगान्तर प्रवाह से बातचीत के दौरान बताया कि हमारे साथ काम करने वाले पार्टनर अनिल कुमार गुप्ता ने जीएमआर के कर्मचारियों के साथ मिलकर लगभग 1 करोड़ 62 लाख के आसपास की पेमेंट अपने निजी बचत खाते जिसका अकाउंट नंबर 113310002150(देना बैंक अलवर ब्रांच)में करा लिया। जब मैंने इसकी शिकायत फ़तेहपुर मुरादीपुर स्थित जीएमआर कम्पनी में की तो डर के मारे कम्पनी ने आननफानन में बांकी का पेमेंट रोक दिया तब तक मैंने 5 करोड़ के आसपास का काम कर लिया था। महेश प्रताप ने कहा कि अभी तक बाबा कंस्ट्रक्शन के खाते में जीएमआर की तरफ से एक भी रुपये का लेनदेन नहीं किया गया है साथ ही कम्पनी का 5 करोड़ के आसपास का पैसा हेरा फेरी करके घोटाले की भेंट चढ़ गया है। उन्होंने कहा कि अनिल ने अपने भाई राजेश उर्फ राजू के साथ मिलकर सेल टैक्स में अधिकारियों के साथ मिलकर दस्तावेजों में भी हेराफेरी करके उनकी फर्म को प्रोपराइटर शिप से पार्टनरशिप करा लिया था। और उसके बाद उसी के आधार पर महेंद्र फाइनेंस से एक डम्फर भी फाइनेंस कराया है जब मैंने उच्चाधिकारियों से शिकायत की तो आननफानन में मेरी फर्म को फिर से प्रोपराइटरशिप में परिवर्तित किया गया। उन्होंने कहा कि उस मामले की भी जांच हो रही है।
जीएमआर ने भी अपने बचाव में की एफआईआर...
कल्याणपुर थाने के मुरादीपुर स्थित जीएमआर कम्पनी कार्यालय के अधिकारियों ने भी अनिल कुमार गुप्ता और संबंधित लोगों पर अपने बचाव में मुकदमा पंजीकृत कर दिया हैं।