Mathura Sadhu News: दर्शन करने गए इन भक्तों ने साधू महाराज के कान में ऐसा क्या कहा, उसके उड़ गए होश
Mathura Sadhu News: मध्य प्रदेश की मुरैना पुलिस ने रणनीति बनाकर एक ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया है जो पूरे देश भर में चर्चा का विषय बनी हुई है, दरअसल यह मामला उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित राम जानकी मंदिर आश्रम का है, जहां के साधु महाराज को गिरफ्तार करने के लिए मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के सिविल लाइंस थाने की पुलिस फिल्मी स्टाइल में भेष बदलकर पहुंची, और उसे गिरफ्तार कर ले आयी.

हाईलाइट्स
- एमपी की मुरैना पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में साधु को गिरफ्तार करने मथुरा पहुंची
- मुरैना में जमीन के मामले को लेकर साधू को पकड़ने का कर रही थी प्रयास
- यहां एक आश्रम में बन गया महंत, एमपी पुलिस ने किया गिरफ्तार
MP Morena Police disguised as a devotee to arrest the Sadhu : अक्सर आप सभी ने फिल्मों और धारावाहिकों में देखा होगा कि अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस वेशभूषा बदलकर पहले तो अभियुक्त की निगरानी करती है और फिर उसे गिरफ्तार कर ले आती है, एक ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के मथुरा मैं देखने को मिला जहां मंदिर के महंत से मिलने के लिए कुछ भक्त पहुंचे भक्तों ने बाबा से मिलकर उनका सम्मान करते हुए उनसे आशीर्वाद लिया और उनके कान में कुछ ऐसा बोल दिया की बाबा जी के होश उड़ गये.
कान में ऐसा कह दिया कि उड़ गये होश
उत्तर प्रदेश के मथुरा में बड़े अनोखे ढंग से गिरफ्तारी की गई , यहां मंदिर के महंत से मिलने के लिए कुछ भक्त पहुंचे, भक्तों ने बाबा से मिलकर उनका सम्मान करते हुए उनसे आशीर्वाद लिया और उनके कान में कुछ ऐसा बोल दिया की बाबा जी के होश उड़ गए दर्शन उन्होंने कहा कि हम पुलिस वाले हैं और आपको इज्जत से गिरफ्तार करने आए हैं इसलिए हमारी इस कार्रवाई में आप सहयोग करें.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार मुरैना जिले के एक मंदिर की जमीन को लेकर यह मामला जुड़ा हुआ है, दरअसल इलाके में तापसी गुफा मंदिर है जिसकी 6 बीघा से ज्यादा जमीन लगी हुई है, साथ ही मंदिर के आसपास कई दुकानें भी हैं. मामला इस जमीन और दुकानों से जुड़ा हुआ है, इन पर आरोप है कि साधु रामशरण ने अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर फर्जी तरह से ट्रस्ट बनाने की योजना तैयार की थी, इन दोनों के अलावा इस पूरे मामले में खुर्द गांव के पूर्व सरपंच सुरेंद्र यादव और अशोक यादव को भी शामिल कर लिया गया इन सभी ने बड़े ही शातिराना तरीके से मंदिर की फर्जी रसीद बनाकर दुकानों से अवैध वसूली करने लगे और खूब जमकर कमाई भी की.
खुलासा होने पर हुई एफआईआर
मंदिर में हो रहे इस फर्जी वाले खेल की जानकारी जब मुख्य महंत मदन मोहन को हुई तो उन्होंने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए नवंबर 2021 में संबंधित थाने सिविल लाइंस में साधु रामशरण, सुरेंद्र यादव और अशोक यादव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया यही नहीं इस पूरे मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया लेकिन रामशरण को पुलिस गिरफ्तार नही कर सकी थी.
आरोपी बाबा ने छोड़ा प्रदेश
वही इस पूरे खेल में मुख्य आरोपी बाबा रामशरण को पूरे मामले की भनक लग गई, जिसके बाद उन्होंने मुरैना के मंदिर को छोड़कर मथुरा स्थित राम जानकी मंदिर में जाकर महंत बन गए, इस दौरान उन्होंने वकील के माध्यम से अग्रिम जमानत के प्रयास भी शुरू कर दिए, इतने दिनों तक गिरफ्तार न होने से नाराज हाईकोर्ट ने पुलिस को आदेशित करते हुए कहा कि जल्द से जल्द आरोपी बाबा रामस्वरूप को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाए क्योंकि पहले भी कई बार वह पेश नहीं हुए थे.
पुलिस ने बनाई रणनीति
कोर्ट के आदेश के बाद आरोपी बाबा रामशरण को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम उत्तर प्रदेश के मथुरा के लिए रवाना हुई लेकिन पुलिस के लिए यह काफी चैलेंजिंग टास्क था, क्योंकि मामला साधु संत से जुड़ा हुआ था इसलिए इस कार्रवाई के दौरान कहीं माहौल न बिगड़े इसके लिए पुलिस ने खुद को भक्ति के रूप में पेश किया.
भक्त बनी पुलिस हाथ मे माला लेकर अंदर दर्शन के लिए पहुंची और फिर कान में बाबा से कहा, हम आपको गिरफ्तार करने आये हैं, तभी बाबा के होश उड़ गए, फिलहाल बाबा को गिरफ्तार कर मुरैना ले आया गय्या इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया और कोर्ट ने सजा सुनाते हुए उन्हें जेल भेज दिया. पुलिस की यह कार्यशेली चर्चा का विषय बनी हुई है