lockdown 2:कासगंज से पैदल ही घर के लिए निकले राजाबाबू ने फतेहपुर में तोड़ दिया दम..मौत की सूचना घर पहुंची.!
लॉकडाउन में फंसा हुआ एक युवक पैदल ही अपने घर की ओर निकल पड़ा लेक़िन घर पहुंचने से पहले ही उसकी रास्ते में मौत हो गई..पढ़े पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर।
फतेहपुर:कोरोना के चलते लगाया गया लॉकडाउन जहां एक ओर संक्रमण को फैलने से रोक रहा है।वहीं दूसरी ओर इस लॉकडाउन के चलते न जाने कितने ही लोग बेबसी और लाचारी में अपने अपने घरों से सैकड़ो किलोमीटर दूर फंसे हुए हैं।सबसे बदतर जिंदगी प्रवासी मजदूरों की हो गई है।जिनके पास न रहने का ठिकाना बचा है और न ही भोजन का जुगाड़।मज़बूरन ऐसे लोग किसी तरह अपने घर पहुँचने के लिए पैदल ही निकल रहे हैं।सरकार की तमाम अपीलों और प्रयासों के बावजूद मजदूरों का पलायन नहीं रुक रहा है।
ऐसे ही एक मजदूर की बीती रात जनपद में मौत हो गई है।जानकारी के अनुसार मिर्जापुर ज़िले के थाना हिंगोटा के बहोली गाँव निवासी राजाबाबू (23) पुत्र श्यामूनाथ कासँगज ज़िले में रहकर एक फैक्ट्री में काम करता था।लॉकडाउन के चलते काम बन्द होने के बाद वह वहीं फंसा हुआ था।किसी तरह उसने लॉकडाउन के प्रथम चरण के 21 दिनों का समय व्यतीत किया।लेकिन जब लॉकडाउन का समय केंद्र सरकार द्वारा बढ़ा दिया गया तो उसकी हिम्मत जवाब दे गई और वह वहां से पैदल ही अपने घर मिर्जापुर के लिए निकल पड़ा।
शनिवार की शाम युवक कानपुर फतेहपुर की सीमा पर पहुंचा लेक़िन सीमा सील होने की वजह से वह जनपद की सीमा को प्रवेश नहीं कर पाया।बताया जा रहा है कि यही पर उसको प्रयागराज जा रहे कुछ और युवक मिले।इन सभी युवकों ने देर शाम आशा अभयपुर गाँव के क़रीब से पांडु नदी पार कर जनपद की सीमा में प्रवेश कर लिया इसके बाद हाईवे के रास्ते अपने गंतव्य की ओर बढ़ने लगे।लेकिन औंग थाना क्षेत्र के बड़ाहार गाँव के मोड़ के करीब पहुंचे तो कासँगज से मिर्जापुर जा रहे युवक राजाबाबू को गश आ गया और वह वहीं हाईवे पर बेहोश होकर गिर पड़ा।युवक को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया जहां उसकी मौत हो गई।kasganj to mirzapur district on foot died in fatehpur
क्षेत्राधिकारी योगेंद्र सिंह मलिक ने बताया कि युवक को जिला अस्पताल इलाज़ के लिए भेजा गया था जहाँ उसकी मौत हो गई है।मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है।