ABG Shipyard Bank Ghotala:भारत में अब तक का सबसे बड़ा बैकिंग घोटाला 28 बैंकों को लगाई 22842 करोड़ की चपत
भारतीय बैकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है.एबीजी शिपयार्ड कम्पनी ने 22842 करोड़ का घोटाला किया है.क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं. ABG Shipyard Bank Ghotala Latest Updates
ABG Shipyard Bank Fraud News:भारत में बैकिंग के क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है.नीरव मोदी द्वारा पीएनबी को क़रीब 12 हज़ार करोड़ की चपत लगाई गई है.लेकिन अब उससे दोगुना रकम का बैकिंग घोटाला सामने आ गया है.सूरत की एबीजी शिपयार्ड कम्पनी पर 28 बैंकों के 22 हज़ार 842 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगा है. ABG Bank Fraud News
सीबीआई ने एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और उसके तत्कालीन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि यह मुकदमा भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के एक संघ से कथित रूप से 22,842 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के संबंध में दर्ज किया गया.यह सीबीआई की ओर से दर्ज किया गया सबसे बड़ा बैंक धोखाधड़ी का मामला है.ABG Ghotala Kya Hai
सीबीआई के अनुसार यह धोखाधड़ी भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले 28 बैंकों के एक समूह के साथ हुआ है.इनमें आईसीआईसीआई, आईडीबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक जैसे बड़े-बड़े बैंक भी शामिल हैं.सीबीआई ने इस घोटाले में शनिवार को महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई राज्यों के 13 स्थानों पर छापे मारे, जिसके बाद कई दस्तावेज बरामद किए.
क्या करती है कम्पनी..
एबीजी शिपयार्ड कंपनी सूरत में है, जो पानी के जहाज बनाती है, उससे जुड़े सामान बेचती है और जहाजों को रिपेयर करती है.इस कंपनी ने कई जहाज विदेशों में भी बेचे हुए हैं, यह कंपनी अनेक प्रकार के फ्लोटिंग क्रेन इंटरसेप्टर बोट आदि भी बना चुकी है.
कैसे किया घोटाला..
इस कंपनी ने ना सिर्फ इन बैंकों के समूह से लोन लिया है, बल्कि कई तरह की क्रेडिट सुविधाएं भी ली हुई हैं.यह भी पता चला है कि कंपनी ने करीब 236 करोड़ रुपये सिंगापुर भेजे थे.पता चला है कि कंपनी ने जिस काम के लिए लोन लिया था, पैसे उसमें लगाने के बजाए उससे कई जगह प्रॉपर्टीज खरीद लीं. इतना ही नहीं, नियमों का उल्लंघन करते हुए पैसे एक कंपनी से दूसरी कंपनी में भेजने का मामला भी सामने आया है.भारत के बैकिंग इतिहास का अब तक का यह सबसे बड़ा घोटाला माना जा रहा है.