Panchkula Mass Suicide: हरियाणा में दिल दहला देने वाला मामला ! बुराड़ी जैसी सामूहिक मौत, एक ही परिवार के 7 लोगों ने खाया ज़हर
Panchkula Haryana News
हरियाणा (Haryana) के पंचकूला (Panchkula) से एक दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है. जहां एक ही परिवार के सात लोगों की संदिग्ध मौत हो गई है. मामला दिल्ली के बुराड़ी कांड जैसा प्रतीत हो रहा है. बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के मूल निवासी इस परिवार ने कर्ज से परेशान होकर ज़हर खा लिया.

Panchkula Mass Suicide: पंचकूला में सोमवार देर रात जो हुआ, उसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया. उत्तराखंड (Uttarakhand) से आए एक ही परिवार के सात लोगों ने संदिग्ध हालात में ज़हर खा लिया, जिनमें तीन बच्चे, एक दंपति और दो बुजुर्ग शामिल हैं.
यह घटना राजधानी दिल्ली के बुराड़ी (burari mass suicide) में हुए चर्चित सामूहिक आत्महत्या कांड की याद दिला गई. परिवार पहले से आर्थिक तंगी और कर्ज से जूझ रहा था, जिससे परेशान होकर यह खौफनाक कदम उठाया गया. पुलिस जांच में जुटी है और शुरुआती साक्ष्य इसे आत्महत्या का मामला बता रहे हैं.
कर्ज के बोझ तले दबे परिवार ने एक साथ निगला ज़हर
बीती रात पंचकूला (Panchkula) के सेक्टर-27 में एक खौफनाक मंजर देखने को मिला. एक खाली प्लॉट के सामने खड़ी कार में सात लोग बेसुध हालत में मिले. ये सभी एक ही परिवार के सदस्य थे. कार में प्रवीण मित्तल (42), उनकी पत्नी, तीन बच्चे और बुजुर्ग माता-पिता मौजूद थे.
जानकारी मिलते ही राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी. प्राथमिक जांच में सामने आया कि परिवार आर्थिक तंगी और भारी कर्ज से परेशान था. हाल ही में उन्होंने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का व्यवसाय शुरू किया था जिसमें उन्हें घाटा उठाना पड़ा. इसी तनाव में पूरे परिवार ने ज़हर खाकर सामूहिक आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया.
सात में से छह की मौके पर ही मौत, एक ने अस्पताल में तोड़ा दम
रात करीब 12:15 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक कार में सात लोग बेसुध हालत में पड़े हैं. एंबुलेंस से सभी को सेक्टर-26 के एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां प्रवीण को छोड़कर बाकी छह को मृत घोषित कर दिया गया.
गंभीर हालत में प्रवीण को सेक्टर-6 के सरकारी अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन वहां इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया. अस्पताल और पुलिस दोनों की ओर से इसे सामूहिक आत्महत्या का मामला माना जा रहा है, लेकिन जांच अभी जारी है.
कार से बरामद हुए स्कूल बैग, खाना-पीना और कपड़े
जांच के दौरान जब पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसमें बच्चों के स्कूल बैग, खाने-पीने का सामान, कपड़े और कुछ अन्य जरूरी सामान मिले. इससे यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि परिवार ने आत्महत्या से पहले कार में कुछ वक्त बिताया होगा.
सभी जरूरी चीजें साथ रखना बताता है कि यह कदम सुनियोजित तरीके से उठाया गया हो सकता है. कार पर उत्तराखंड नंबर प्लेट थी, जिससे यह भी साफ हुआ कि परिवार का मूल निवास वहीं था और वे फिलहाल पंचकूला में किराए के मकान में रह रहे थे.
मौके पर पहुंची पुलिस, सबूत इकट्ठा करने में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही डीसीपी हिमांद्री कौशिक, डीसीपी क्राइम अमित दहिया और थाना पुलिस मौके पर पहुंचे. फॉरेंसिक और सीन ऑफ क्राइम टीमों ने कार और आसपास की जगह से जरूरी साक्ष्य इकट्ठा किए.
साथ ही, मृतकों की पहचान और पारिवारिक पृष्ठभूमि की जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस ने बताया कि यह आत्महत्या है या इसके पीछे कोई और वजह है, इसका पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही लग पाएगा.
जांच में जुटी पुलिस, आर्थिक तंगी को माना मुख्य वजह
पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि परिवार लंबे समय से आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा था. देहरादून में नया व्यापार शुरू करने के बाद लगातार घाटा हुआ और उस पर चढ़े कर्ज ने मानसिक तनाव बढ़ा दिया. हालांकि, डीसीपी हिमांद्री कौशिक ने बताया कि अभी जांच जारी है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए गहनता से छानबीन की जा रही है. परिवार के रिश्तेदारों और जानने वालों से भी पूछताछ की जा रही है.