Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि पर इन बातों का रखें विशेष ध्यान ! भूलकर भी न करें ये गलतियां

चैत्र नवरात्रि 2024

चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) की शुरुआत 9 अप्रैल से होने जा रही है. माता के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा का महत्व है. साल में 4 नवरात्र पड़ते हैं, दो गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri), एक शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) व एक चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri), इन दिनों जातको को विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. इस आर्टिकल के जरिये आपको बताएंगे कि नवरात्रि पर किन बातों को ध्यान रखने की आवश्यकता है. जिससे माता की कृपा बनी रहे.

Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि पर इन बातों का रखें विशेष ध्यान ! भूलकर भी न करें ये गलतियां
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नवरात्रि के 9 दिनों तक रखें विशेष ध्यान

चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) आने वाली है. 9 दिनों मां की भक्ति व आराधना के दिन हैं. आदिशक्ति मां दुर्गा (Goddess Durga) के विभिन्न स्वरूपों का हर दिन पूजन किया जाता है. कलश स्थापना (Kalash Sthapna) के बाद से पूजन शुरू हो जाता है. जातकों को व्रत (Fast) रखना है तो कड़े नियमों (Strict Rules) का पालन करने की जरूरत है. जिससे उनका पूजन सफल हो और माता की कृपा बनी रहे. हर नियमों का सख्ती से पालन करें.

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साफ-सफाई, अखण्ड ज्योति को अकेला न छोड़े, नाखून-दाढ़ी-बाल न कटवाएं

पहली बात तो यह है कि नवरात्रि के दिनों में पूजा घर की साफ-सफाई होनी चाहिए. देवी पूजन में पवित्रता का होना बहुत आवश्यक है. वरना इसका लाभ नहीं मिलता. इसलिए लोगों को इस ओर ध्यान जरूर देना चाहिए. घर पर कलश स्थापना या अखण्ड ज्योति जलाई गई हो तो उसे अकेला न छोड़े. किसी न किसी सदस्य का होना अनिवार्य है. इन दिनों माता का पूजन और स्मरण करते रहें. इसके साथ ही नाखून, बाल व दाढ़ी कटवाने से बचना चाहिए यह कार्य नवरात्रि शुरू होने से पहले कर ले. पुरुषों को इन सब कार्यों को करने से इन दिनों बचना चाहिए. ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.

सात्विक भोजन का करें सेवन, दिन में न सोएं

नवरात्रि पर घर में सात्विक भोजन बनना चाहिए. फल और दूध का सेवन कर सकते हैं. प्याज, लहसुन का भोजन में प्रयोग न हो इस बात का ध्यान दें, मांस-मदिरा से दूरी बना लें. अन्यथा इसका प्रभाव उल्टा पड़ सकता है. इसलिए इनदिनों सावधान रहने की जरूरत है. देवी माता के दर्शन के लिए आप मन्दिर जा सकते हैं. याद रहे दिन में भूलकर भी न सोएं, इस समय माता की भक्ति और पाठ, भजन-कीर्तन में लीन रहें. 

मन में गन्दे विचार न लाएं, क्रोध न करें

अपने विचारों को दुरुस्त और सकारात्मक रखें. किसी को भी अपशब्द न बोलें और मन में गंदे विचार भूलकर भी न लाएं. मन को बिल्कुल सही रखें. किसी पर क्रोध न करें यही नहीं नौ दिन आप सभी माता की आराधना में लगाएं. कपड़े स्वच्छ रहें इन दिनों आप पूजन के समय लाल, नारंगी और पीले वस्त्रों का चयन कर सकते हैं.

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पूजन के समय ध्यान रहे कि काले, सफेद व नील कपड़े न पहनें. कन्या पूजन अवश्य करें, 9 दिन जो जातक व्रत रखकर मां की भक्ति करता है उसे कन्या पूजन करना चाहिए, 9 कन्याओं और 1 लंगूर को बैठाकर भोजन करायें और उन्हें उपहार दें ऐसा करने से मां प्रसन्न होती है और भक्तों पर कृपा करती हैं.

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