बिहार चुनाव रिजल्ट:आरजेडी का दावा 119 सीटों पर मिली है जीत, जारी की सूची..वोटों की गिनती में धांधली का आरोप.!
बिहार चुनाव में वोटों की गिनती एकदम आख़री दौर में है..लेकिन इस बीच तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी की तरफ़ से वोटों की गिनती में धांधली करने का गम्भीर आरोप भाजपा औऱ नीतीश सरकार पर लगाया है...पढ़ें पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर..
डेस्क:बिहार विधानसभा चुनावों में मंगलवार को वोटों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू हुई।शुरू से ही मुकाबला महागठबंधन और एनडीए के बीच कांटे का रहा है।कोरोना प्रोटोकॉल के चलते परिणाम आने में देरी हो रही है।रात 10 बजे तक क़रीब 90 प्रतिशत वोटों की गिनती का काम पूरा हो गया है।Bihar election result
इस बीच आरजेडी की तरफ़ से एक ट्वीट किया गया है जिसमें 119 प्रत्याशियों की सूची को ट्वीट करते हुए लिखा गया है कि-ये उन 119 सीटों की सूची है जहाँ गिनती संपूर्ण होने के बाद महागठबंधन के उम्मीदवार जीत चुके है। रिटर्निंग ऑफ़िसर ने उन्हें जीत की बधाई दी लेकिन अब सर्टिफ़िकेट नहीं दे रहे है कह रहे है कि आप हार गए है। ECI की वेबसाइट पर भी इन्हें जीता हुआ दिखाया गया। जनतंत्र में ऐसी लूट नहीं चलेगी।Bihar election rjd winning list
आगे लिखा गया है कि 119 सीट जीतने के बाद टीवी पर 109 दिखाया जा रहा है। नीतीश कुमार सभी अधिकारियों को फ़ोन कर धाँधली करवा रहे है। फ़ाइनल रिज़ल्ट आने और बधाई देने के बाद अब अधिकारी अचानक कह रहे है कि आप हार गए है।Tejasvi yadav
आरजेडी ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा है कि नीतीश कुमार, सुशील मोदी इत्यादि मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में बैठ सभी जिलाधिकारियों पर दबाव बना सख़्त निर्देश जारी करवा रहे है कि महागठबंधन को कैसे भी 105-110 सीटों पर रोको।किसी भी परिस्थिति में हम जनमत की लूट नहीं होने देंगे।
कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने भी गिनती में धांधली का आरोप लगाते हुए दो ट्वीट किए हैं।सुरजेवाला ने लिखा है कि-अभी राजापाकर, वैशाली की कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिमा कुमार दास ने बताया की काउंटिंग के बाद 1,720 वोट से जीत हो गई पर DM चुने जाने का सर्टिफ़िकेट देने से इनकार कर रहे हैं।ये न प्रजातंत्र की परिपाटी है और न ही क़ानूनी तौर से सही।चुनाव आयोग कहाँ है?
"सकरा विधान सभा कांग्रेस उम्मीदवार उमेश राम ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री व कांग्रेस चुनाव प्रभारी श्री सुबोध कांत सहाय को बताया कि वो 600 वोट से जीत गए थे पर उन्हें जबरन क़रीब 1,700 वोट से हार डिक्लेयर कर दिया। क्या यही प्रजातंत्र की कसौटी है?चुनाव आयोग संज्ञान क्यों नही ले रहा?"