इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में फांसी पर लटकता मिला फतेहपुर के छात्र का शव गर्लफ्रैंड से शुरू थी वीडियो कॉल
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के ताराचंद हॉस्टल के एक कमरे में छात्र का शव फाँसी पर लटकते हुए मिला. बताया जा रहा है कि गर्लफ्रैंड से वीडियो कॉल के दौरान ही छात्र ने फाँसी लगाई. उधर से लड़की कुछ बोलो न, कुछ बोलो न बोलती रही.. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.

Allahabad University News : इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ाने के खिलाफ छात्रों के उग्र आंदोलन ( Allahabad University Protest ) के बीच मंगलवार दोपहर एक छात्र ने ताराचंद हास्टल ( Tarachand Hostel ) में आत्महत्या कर ली. शाम को कमरे में फंदे पर लटकी लाश मिलने से हड़कंप मच गया. हालांकि पुलिस जाँच में सामने आया है कि मृतक छात्र का उक्त आंदोलन से कोई लेना देना नहीं था. और न ही वह यूनिवर्सिटी ( Allahabad University Student Suicide ) का छात्र था.वह हॉस्टल में अवैध रूप से रहता था.छात्र की मौत के बाद इसका खुलासा हुआ है.
जानकारी के अनुसार मृतक छात्र का नाम आशुतोष तिवारी पुत्र सत्यनारायण तिवारी है, और वह फतेहपुर ( Fatehpur Student Suicide Allahabad University Tarachand Hostel ) के ललौली थाना क्षेत्र के सैम्बसी गांव का रहने वाला था.वह कुलभास्कर डिग्री कॉलेज से एमए कर रहा था.वह ताराचंद हॉस्टल के कमरा नंबर 208 में रहता था.उसने अज्ञात कारणों से पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली.पुलिस को मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है.
गर्लफ्रैंड से चल रही थी वीडियो कॉल..
मृतक छात्र के शव को हॉस्टल के कुछ छात्रों ने फंदे से लटकते हुए देखा,इसके बाद छात्र अंदर दाख़िल हुए,तो देखा कि मृतक छात्र के मोबाइल पर एक लड़की की वीडियो कॉल चल रही थी, उधर से लड़की बार बार बोल रही थी क्या हुआ, कुछ बोलो... फिर इसके बाद कई बार फ़ोन कॉल आई. इस पूरे घटनाक्रम का छात्रों ने वीडियो भी बनाया है जो पुलिस को सौंप दिया है.
पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है, परिजनों को सूचना देने के साथ पुलिस ने छात्र के मोबाइल को कब्ज़े में ले लिया है. मोबाइल लॉक होने की वजह से अभी यह पता नहीं चल पाया है कि मौत से पहले छात्र किस लड़की से बात कर रहा था. पुलिस ने कहा कि मोबाइल को लॉक तोड़ जानकारी ली जाएगी.
हमेशा गुमसुम रहता था छात्र..
हॉस्टल के दूसरे छात्रों ने बताया कि मृतक आशुतोष हमेशा गुमसुम रहता था. ज्यादा किसी से बात नहीं करता था. ज्यादातर समय उसका फ़ोन कॉल में व्यतीत होता था.औऱ हमेशा अपने कमरे के अंदर रहता था.