Tongue Colour: जीभ के बदलते हुए रंग से डॉक्टर्स ऐसे लगाते है बड़ी से बड़ी बीमारियों का पता ! आप भी करें चेक
Health Tips
हमारे शरीर में मौजूद सभी अंगों का अपना एक अलग रोल है कुछ अंगों के जरिए आपके शरीर में होने वाले बदलाव और कई बड़ी बीमारी के संकेत ढूंढ सकते हैं जी हां सुनने में थोड़ा और अटपटा है लेकिन हमारे मुंह में मौजूद जीभ (Tongue) सिर्फ भोजन का स्वाद चखने के लिए नहीं बल्कि शारीरिक बीमारियों (Diseases) के भी संकेत देती है. इसीलिए जब हम कभी खुद को डॉक्टर को दिखाते हैं तो डॉक्टर सबसे पहले हमारी जीभ का निरीक्षण करते हैं.

जीभ के बदलते रंग बीमारी के संकेत
जिसे भी ऐसा लगता है कि जीभ (Tongue) केवल खाने का स्वाद बताती है तो आप गलत है एक्सपर्ट्स की माने तो जब कभी कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है तो वह डॉक्टर के पास जाता है तो डॉक्टर सबसे पहले मरीज की जीभ का निरीक्षण करते हैं. क्योंकि शरीर में होने वाले बदलाव के संकेत सबसे पहले जीभ ही देती है. आसान भाषा में कहें तो जीभ के बदलते हुए रंगों से शरीर में होने वाले बदलाव और बीमारी के संकेत मिलते हैं जिसे आप भी देख कर पता लगा सकते हैं कि कहीं आप कोई बड़ी बीमारी से ग्रसित नहीं है.
जीभ का रंग सफेद
यदि आपकी जीभ का रंग सफेद हो गया है तो इसे हल्के में मत ले यह एक बड़ी बीमारी का सूचक है. डॉक्टर्स की माने तो जब किसी भी व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी होती है तो जीभ का रंग अपने आप सफेद होने लगता है तो समझ जाइये कि ओरल लिचेन प्लेनस, ल्यूकोप्लेकिया और सिफिलिस जैसी बीमारियो के संकेत है.

जीभ का लाल होना
लाल जीभ होने का मतलब है कि आपको बुखार फ्लू या कोई संक्रमण हो गया है. साथ ही आपके शरीर मे विटामिन बी और आयरन की कमी हो रही है ऐसा होने पर तुरन्त ही आने डॉक्टर से संपर्क करें. यदि सम्पर्क नहीं किया गया तो बीमारी बढ़ सकती है.
जीभ में कालापन
जीभ का काला पड़ना बेहद ही खतरनाक है, क्योंकि काली जीभ का मतलब है कि उस व्यक्ति में एक गंभीर बीमारी का संकेत है ऐसी अवस्था मे अक्सर अल्सर, कैंसर और फंगस जैसी बीमारिया हो सकती है लेकिन अमूमन गले मे इंफेक्शन और फंगस होने की वजह से भी जीभ का रंग काला पड़ जाता है. तत्काल अपने डॉक्टर्स से सलाह लें.
जीभ का रंग पीला पड़ना
एक्सपर्ट की माने तो ज्यादा खाना खा लेने की वजह से भी जीभ का रंग पीला पड़ने लगता है. साथ ही इस अवस्था में भी बड़ी बीमारी के संकेत माने जाते है. जिसमे लिवर या मुख में जरूरत से ज्यादा बैक्टीरिया या डाइडेशन होने की वजह से भी कभी-कभी जीभ का रंग पीला पड़ सकता है ऐसे में उस व्यक्ति को फीवर, थकान और मुंह से बदबु जैसी समस्या हो सकती है. इसलिए ऐसी हालत में तत्काल डॉक्टर को दिखाएं.