Parenting Tips In Hindi: आपका बच्चा गैजेट्स में देता है ज्यादा समय ! पैरेंट्स हैं परेशान, दिनचर्या में अपनाए ये टिप्स
बच्चों के लिए माता पिता अपनाए ये टिप्स
वर्तमान में बच्चों का ज्यादातर समय मोबाइल (Mobile), टैब या लैपटॉप जैसे गैजेट्स में लगता है. जिनमे ये बच्चे अपने टाइम पास के लिए गेम्स खेलना या सोशल मीडिया पर ज्यादा समय व्यतीत करते हैं. वहीं उनकी इस दिनचर्या से उमके माता पिता की चिंता बढ़ जाती है. ऐसा होना स्वाभाविक भी है क्योकि दिनभर गैजेट्स में व्यस्त बच्चों का पढ़ाई लिखाई और खाना खाने में मन नही लगता है. यही कारण है कि वर्तमान में बच्चे आउटडोर गेम्स की तरफ रुझान कम दिखता है. यही कारण है कि उनका मानसिक और शारीरिक विकास भी ठीक तरह से नही हो पाता है यदि आपके बच्चों का भी यही हाल है, तो आपको उन पर ध्यान देने की आवश्यकता है.
घर में होने वाली एक्टिविटी में बने हिस्सा
बच्चों को इन गैजेट (Gajets) से दूर रखने के लिए अगर हो सके तो उनके लिए कोई अलग फन एक्टिविटी (Fun Activity) की व्यवस्था करें. इनमें डांस एरोबिक्स (Dance Aerobics) आदि को बच्चों से करवाये, ताकि घर में ही एक आनंदमयी माहौल बन सके ऐसा करने से उनका मन तो बदलेगा ही और वह शारीरिक रूप से भी खुद को स्वस्थ महसूस करेंगे. इसके अलावा हो सके तो उन्हें क्राफ्ट और क्रिएटिव आर्ट्स के बारे में भी बता सकते हैं, लेकिन एक बात का ध्यान रहे यह सारी एक्टिविटी करवाने के साथ-साथ आप भी इसका हिस्सा बने ऐसा करने से बच्चा खुद को अकेला महसूस नहीं करेगा साथ ही उसे नई-नई चीज भी सीखने को मिलेगी.
बच्चों को खिलाएं इनडोर गेम्स
यही नहीं बच्चों के साथ इंडोर गेम्स (Indoor Games) जैसे कार्ड गेम्स, बोर्ड गेम्स, पजल्स पहेली को हल करने वाले जैसे गेम खेलें. इस तरह के गेम खेलने से बच्चों का मानसिक विकास (Mentally Developement) होगा साथ ही उनमें आत्मविश्वास और दूसरों से बात करने पर हैजिटेशन भी नहीं होगी ऐसा लगातार करने से बच्चे धीरे-धीरे गैजेट छोड़कर आपके साथ इंडोर गेम्स में ज्यादा रुचि दिखाएंगे. क्योंकि कहीं ना कहीं आज की व्यस्तता भरी जिंदगी में पैरेंट्स बच्चों पर ध्यान नही दे पाते है यही कारण है कि बच्चे खुद को डिजिटली व्यस्त रखने लगते हैं.
किचन सम्बन्धी कराए एक्टिविटी, बच्चों को डांटने के बजाय करें सहभागिता
इसके अलावा यदि आपके बच्चों में कुछ किचन संबंधी रुचि है तो उसे रोके नहीं बल्कि नई-नई रेसिपी बनाने में उसे मोटिवेट करें. ऐसा करने से उसे कुछ नया सीखने को मिलेगा साथ ही बच्चों में आत्मनिर्भरता का विकास होगा या आप बच्चे से सीधे-सीधे बोल सकते हैं कि आज अपनी पसन्द का कुछ बनाकर हमें खिलाओ, ऐसा कहने से भी बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ेगा और इस बीच वह कोई गलती करता है तो उसे आप गाइड भी कर सकते हैं.
अमूमन जब बच्चा कोई नई एक्टिविटी करता है तो पेरेंट्स उसे पूछने की वजह उसे डांट देते हैं. इसलिए बच्चों में एक डर भी बना रहता है कि यदि वह कुछ नया करेगा तो उसे डांट पड़ेगी. ऐसे में बच्चों को मोटिवेट करते हुए पूछे कि आज साइंस में क्या सीखा है हो सके तो प्रेक्टिकल करके दिखाओ ऐसा करने से उसके पाठ्यक्रम का रिवीजन तो होगा ही साथ ही वह आपसे अपनी बात करने में भी सक्षम होगा.
आउटडोर गेम्स है एक बेहतर उपाय
यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा गैजेट से दूर रहे तो रोजाना शाम के समय उसे आउटडोर गेम्स खेलने (Play Outdoor Games) के लिए प्रेरित करें. सबसे अच्छा विकल्प उसके साथ बाहर घूमने या साइकिल चलवाए, बाइक पर राइड करें या क्रिकेट और फुटबॉल जैसे गेम्स भी आप अपने बच्चों के साथ खेल सकते हैं ऐसा करने से वह शारीरिक रूप से काफी मजबूत तो रहेगा ही साथ ही उसका मानसिक विकास भी होगा.
बच्चों को फार्मिंग बागवानी की दे जानकारी
बच्चों को जितना हो सके उतना बागवानी के लिए भी प्रेरित कर सकते हैं. पौधे लगाना पौधों को पानी देना वातावरण शुद्ध और स्वच्छ कैसे रहेगा ऐसे में हो सके तो उनसे गार्डन में जाकर पौधे लगवाए साथ ही वातावरण हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है इस एक्टिविटी के जरिए उन्हें बताने की कोशिश करें ताकि उन्हें नेचुरल सराउंडिंग्स की भी जानकारी हो सके.