उन्नाव रेप केस:कैसी है अब सड़क दुर्घटना में घायल रेप पीड़िता और उनके वकील की हालत..?
उन्नाव रेप पीड़िता और उनके साथ कार में सवार तीन लोग बीते रविवार को एक सड़क हादसे का शिकार हो गए।जिसमें रेप पीड़िता की चाची और मौसी की मौक़े पर ही मौत हो गई थी जबकि पीड़िता और उनके वकील को गम्भीर हालत में लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.. दोनों घायलों की अब हालत कैसी है..पढ़े युगान्तर प्रवाह की इस रिपोर्ट में।
लखनऊ: बीते रविवार को रायबरेली में हुए एक भीषण सड़क हादसे में उन्नाव रेप पीड़िता औऱ उनके वक़ील बुरी तरह घायल हो गए जबकि पीड़िता की चाची और मौसी ने मौक़े पर ही दम तोड़ दिया था।
इस मामले में सीबीआई ने रेप के आरोपी विधायक सहित तीस लोगों के विरुद्ध हत्या और हत्या की साज़िश सहित गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
इस सड़क हादसे को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है और ज्यादातर लोग इस सड़क हादसे को एक साजिश मान रहे है।
कैसी है अब घायलों की हालत...
पूरा देश इस सड़क हादसे का शिकार हुई पीड़िता और उसके वक़ील जो इस वक्त जिंदगी और मौत के बीच लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर पर लेटे हुए संघर्ष कर रहे है उनके सलामती की दुआ कर रहा है।
जहां तक दोनों के मेडिकल स्थित का सवाल है तो वो गम्भीर बनी हुई है अब तक दोनों में से किसी को भी होश नहीं आया है और दोनों की हालत नाज़ुक बनी हुई है।लेक़िन इलाज कर रहे डॉक्टरों की तरफ़ से यह भी बताया गया है कि दोनों की हालत में पिछले दो दिनों से गिरावट भी नहीं आई है जो एक अच्छा संकेत है।डॉक्टरों की भाषा मे कहे तो दोनों की स्थित स्थिर बनी हुई है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इलाज में शामिल एक डॉक्टर ने बताया कि "ऐसे भीषण हादसों में जैसी स्थिति रहती है, वही स्थिति थी। काफी गंभीर चोटें थीं, उसको पॉली ट्रॉमा कहते हैं।कई हड्डियां टूटी हुई थीं, उसमें खपच्ची लगाकर सीधा करके खून बहने की स्थिति को रोकने में हम लोग जुट गए थे।सिर में भी बाहर से चोट थी।दोनों बेहोश थे।दोनों को प्रॉपर सपोर्ट सिस्टम दिया गया। "
वैसे बुधवार को उन्नाव रेप पीड़िता और उनके वकील, दोनों की स्थिति में मामूली सुधार भी देखा गया।पर अभी भी ये नहीं कहा जा सकता कि उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है।
इसकी वजह बताते हुए डिपार्टमेंट ऑफ़ ट्रॉमा सर्जरी के प्रमुख डॉ. संदीप तिवारी बताते हैं, "कोई भी सुधार 24 घंटे से 48 घंटे तक कायम रहता है, तभी उसे चिकित्सीय टर्म में सुधार माना जाता है। हमलोग लगातार कोशिश कर रहे हैं।अभी की स्थिति में दोनों की हालत को गंभीर ही माना जाएगा।"