UP:फतेहपुर में घटतौली का विरोध करना दलित परिवार को पड़ा भारी..!
फतेहपुर ज़िले के थरियांव थाना क्षेत्र में एक कोटेदार की घटतौली का विरोध करना दलित की बेटी और उसके परिवार को महंगा पड़ गया.दबंग कोटेदार ने अपने गुर्गों संग मिलकर मारा पीटा..पढ़े पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर।
फतेहपुर:सरकारी राशन की दुकानों के कोटेदारों की दबंगई के किस्से अब आम हो चुके हैं।आए दिन कोटेदारों की दबंगई का शिकार ग़रीब ग्रामीणों को होना पड़ता है।ऐसे मामलों में पुलिस की भूमिका बेहद संदिग्ध होती है।पीड़ित शिकायत लेकर जब थाने और चौकी पहुचंते हैं तो पुलिस वाले मदद की बजाए पीड़ित पक्ष को ही वहां से भगा देते हैं।
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ताज़ा मामला थरियांव थाना क्षेत्र के बिलन्दा (सरांय सईद खां) गाँव का है।जानकारी के अनुसार क़स्बे की रहने वाली प्रीती बुधवार को राशन लेने के लिए क़स्बे के ही सरकारी राशन की दुकान पर गई हुई थी।यह दुकान रूपा देवी पत्नी राजेन्द्र के नाम से आवंटित है।पीड़िता प्रीती के राशन कार्ड पर पांच यूनिट दर्ज हैं।जिसके आधार पर उसे 35 किलो राशन मिलना था।लेकिन कोटेदार पति राजेंद्र ने 30 किलो राशन ही देकर भगा दिया।
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कोटेदार के यहां से प्रीति अपने घर चली आई। कुछ समय बाद वहां जांच अधिकारी पंहुचे। उक्त लड़की भी मौके पर मौजूद रही।ज्योति नें बताया कि कोटेदार ने पांच किलो राशन कम दिया है। जांच अधिकारी के जाने के बाद कोटेदार पति राजेंद्र अपने घर वालों के साथ घर पंहुचा और मारपीट शुरू कर दिया। पीड़ित ने बताया कि धमकी दी कि कहीं शिकायत करेगी तो देख लूंगा। पीड़ित के पिता घर पर नही थे। घर में तीन बहनें व उसकी मां रहती है।
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डर के कारण आधी रात तक पीड़ित छत पर छिपे रहे।सुबह चौकी हसवा पहुंचने पर पुलिस ने भगा दिया।पीड़ित का आरोप है कि कोटेदार ने पुलिस को पैसा दिया है।पहले भी प्रीती ने कम राशन को लेकर कोटेदार को टोंका था जिस पर कोटेदार भड़क गया था।उसने कहा कि राशन लेना हो तो लो नही भाग जाओ।बुधवार को जांच अधिकारी के सामने मामला खुलने पर विवाद बढ गया।
जिला पूर्ति अधिकारी अंजनी सिंह ने बताया कि मामला अभी संज्ञान में नही है। यदि ऎसा हुआ है तो पीडि़त थाने में एफ आई आर दर्ज कराए। इसके बाद कोटा निलंबित कर दिया जाएगा।