Unnao Safipur Sho Suicide : सरकारी आवास पर सफीपुर कोतवाल का संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटका मिला शव,पुलिस महकमे में शोक की लहर
उन्नाव में एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आयी है.सफीपुर कोतवाली प्रभारी का शव सन्दिग्ध परिस्थितियों में उनके सरकारी आवास पर फंदे से लटका हुआ पाया गया. घटना पर पुलिस महकमें में हड़कम्प मच गया.हमराही की सूचना पर एसपी समेत फोर्स पहुंचकर शव को उतरवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
हाईलाइट्स
- उन्नाव के सफीपुर कोतवाली प्रभारी का शव सरकारी आवास पर फंदे से लटकता हुआ मिला,मचा हड़कम्प
- हमराही ने दी आलाधिकारियों को सूचना, एसपी मौके पर
- शव को भेजा पोस्टमार्टम, जांच में जुटी पुलिस,पुलिस महकमे में शोक की लहर
Unnao Safipur Kotwal's dead body found : उन्नाव के सफीपुर कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार का सन्दिग्ध परिस्थितियों में सरकारी आवास पर फंदे से लटका हुआ शव मिला. जानकारी के मुताबिक़ शव के आस पास किसी भी प्रकार का सुसाइट नोट नहीं मिला है. जानकारों की माने तो रविवार देर रात घर पर फोन से बात हुई थी. घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है
सफीपुर कोतवाली प्रभारी का आवास पर फंदे से लटका मिला शव
यूपी के उन्नाव सफीपुर में उस वक्त पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया, जब देर रात सफीपुर कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार का संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे पर लटकता हुआ शव सरकारी आवास पर मिला. गस्त के लिए बुलाने पहुंचे हमराही ने जब साहब करके आवाज दी तो कोई जवाब न मिला,जब अंदर जाकर देखा तो साहब का शव फंदे से लटका देख सन्न रह गया.आनन फानन में इस घटना की सूचना आलाधिकारियों को दी.
20 दिन पहले ही सफीपुर कोतवाली की दी गयी थी जिम्मेदारी
सूचना पर एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और कोतवाली प्रभारी के शव को उतरवाकर सीएचसी ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है की 1 माह पहले ही अशोक कुमार का लखीमपुर खीरी से तबादला हुआ था.20 दिन पहले ही एसपी उन्नाव ने उन्हें सफीपुर कोतवाली की जिम्मेदारी दी थी. पुलिस की माने तो शाम को गस्त कर लौटे थे. रात को जब हमराही फिर से गस्त के लिए बुलाने पहुंचा तो उनका शव फंदे से उनके आवास पर लटकता हुआ पाया गया.
अन्य कारणों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी जांच
पुलिस द्वारा मामले की तफ्तीश की जा रही है.प्रथम दृष्टया पुलिस को ये लग रहा है कि घटना से पहले इनकी घर पर फोन पर बात हुई थी.सम्भवतः घरेलू कलह के चलते तनाव भी एंगल लग रहा है.कोई सुसाइड नोट पुलिस को बरामद तो नहीं हुआ है.फिलहाल अन्य कारणों की जांच पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही की जाएगी.यह भी देखा जा रहा है कि आखिरी कॉल किसकी आई थी. सभी बिन्दुओ को देखा जा रहा है.परिजनों को सूचना दे दी गई है.
2012 बैच के दारोगा थे, दरोगा से पदोन्नत के बाद बने इंस्पेक्टर
सफीपुर कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार अमरोहा के निवासी है दरोगा से पदोन्नति के बाद वे इंस्पेक्टर बने.वे 2012 बैच के दरोगा थे.एक महीने पहले ही लखीमपुर खीरी से वे उन्नाव आये थे. घर मे पत्नी व दो बच्चे हैं.एसपी उन्नाव ने 20 दिन पहले ही सफीपुर कोतवाली की जिम्मेदारी दी.फिलहाल इस हादसे के बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर है.