गुरु पूर्णिमा 2020:गुरुपूर्णिमा पर है विशेष योग..ऐसे करें अपने गुरु की पूजा होगा लाभ..!
गुरु पूर्णिमा का पर्व 5 जुलाई रविवार को पूरे देश में बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ मनाया जा रहा है..युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट पढ़े..
डेस्क:इस साल गुरुपूर्णिमा पर्व पर विशेष योग बन रहा है।ज्योतिषाचार्यो की माने तो अपने गुरु, आराध्य की विधि विधान और श्रद्धा भाव के साथ पूजा करने में विशेष पुण्य लाभ की प्राप्ति होगी।
इस साल का तीसरा चंद्र ग्रहण 5 जुलाई, रविवार के दिन पड़ रहा है जो एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। इसलिए गुरु पूर्णिमा पर होने वाली सभी पूजा पर सूतक का कोई असर नहीं होगा।
हिन्दू पंचांग की मानें तो अपने गुरु, आराध्य, इष्ट देव व श्री व्यास जी की पूजा करने के लिए आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि का सूर्योदय के बाद, तीन मुहूर्त तक व्याप्त होना आवश्यक होता है।इसके अलावा यदि किसी कारणवश, ये पूर्णिमा तिथि तीन मुहूर्त से कम हो तो, इस स्थिति में इस पर्व को पहले दिन ही मनाए जाने का विधान है।
ऐसे करें पूजा..
गुरु पूर्णिमा के दिन, सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
इसके बाद अपने गुरु का आशीर्वाद लेने उनके पास जाएं, या अगर किसी कारणवश ऐसा संभव न हो तो, अपने इष्ट देव की तस्वीर या चित्र को घर के एक स्वच्छ स्थान पर रखें।
इसके बाद अपने गुरु या उनकी तस्वीर को किसी ऊँचे पवित्र आसन पर विराजमान कर, उन्हें ताजे पुष्प की माला पहनाएं।
अब उन्हें तिलक और फल आदि अर्पित कर, अपनी श्रद्धानुसार दक्षिणा दें।
इसके बाद पूर्ण आस्था के साथ अपने गुरु की पूजा करें और उनका आशीर्वाद लें।
इसके पश्चात अंत में, इस दिन विशेष तौर पर अपने गुरु से कोई भी एक गुरु मंत्र ज़रूर लें और उसे अपने जीवन में अपनाने का प्रयास करें।