
Haryana Politics In Hindi: हरियाणा में सियासी उथल-पुथल के बाद नए सीएम बने नायब सिंह सैनी ! जानिए कौन हैं नायब सिंह सैनी?
हरियाणा राजनीति
हरियाणा (Haryana) में लोकसभा चुनाव (Lokasabha Election) से पहले काफी उथल-पुथल देखने को मिला. यही नहीं सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) समेत पूरी कैबिनेट ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया और आखिरकार मुख्यमंत्री की रेस में आगे चल रहे नायब सिंह सैनी (nayab Singh Saini) को आज ही मुख्यमंत्री पद की शपथ (Oath) दिला दी गई. अब हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह सैनी होंगे. नायब सिंह मनोहर लाल खट्टर के काफी करीबी माने जाते हैं कहीं ना कहीं आगामी चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने यह बड़ा सियासी दांव खेला है.

सियासी उथल पुथल के बाद हरियाणा के नए सीएम बने नायब सिंह सैनी
मंगलवार को हरियाणा (Haryana) में सुबह से ही उथल-पुथल मची हुई थी. बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन को तोड़ दिया और करारा झटका देते हुए सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) समेत पूरी कैबिनेट ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया था. शाम तक माना जा रहा था कि नए मुख्यमंत्री का भी चयन हो जाएगा जिसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री पद के रूप में नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने शपथ ली. चलिए आपको इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे कि नायब सिंह सैनी कौन है और उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत कब और कैसे हुई.

हरियाणा में बीजेपी का बड़ा दांव

कौन हैं नायब सिंह सैनी?
नायब सिंह सैनी का जन्म अंबाला के मिर्जापुर गांव में सन 1970 में हुआ था. 54 वर्षीय नायब सिंह सैनी ने मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से एलएलबी की पढ़ाई की इसके बाद उन्होंने बिहार के मुजफ्फरपुर से आगे की पढ़ाई की. राजनीतिक सफर की अगर बात करें तो उन्होंने वर्ष 1996 में राजनीति में कदम रखा. राजनीति की शुरुआत बीजेपी से की. अब तक नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र लोकसभा से सांसद है और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं, लेकिन अब वह हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं. नायब सिंह सैनी भाजपा के एक जुझारू व सक्षम कार्यकर्ता के रूप में उभरते रहे. बीजेपी के कई अहम पदों पर उन्हें जिम्मेदारी दी गई. फिर 2014 में अंबाला के नारायणगढ़ विधानसभा से वह विधायक बने और प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे.
खट्टर के करीबी माने जाते हैं
नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर का काफी करीबी माना जाता रहा है और बीजेपी संगठन में भी उनकी काफी पकड़ मजबूत है. जिसका उन्हें कहीं ना कहीं यह फायदा मिला है. वर्ष 2019 में कुरुक्षेत्र लोकसभा से सांसद चुने गए उन्होंने कांग्रेस के निर्मल सिंह को काफी अंतराल वोटो से हराया था. यही नहीं बीजेपी में उन्हें हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष भी वर्ष 2023 में बनाया था. ऐसे में नायब सिंह को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. क्योंकि वे भी पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी से आते हैं. यहां ओबीसी संख्या कहीं ज्यादा है ऐसे में बीजेपी ने हरियाणा में बड़ा दांव खेला है.