मध्य प्रदेश:अब क्या होगा..सुप्रीम कोर्ट में चल पाएगा कमल का दांव..या शिवराज बनाएंगे सरकार..!
मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक जारी है।इस बीच राज्यपाल ने सोमवार शाम फिर मौजूदा मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र लिखा है..पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट।

भोपाल:मध्यप्रदेश में सियासी घमासान अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है।सियासत का ऊंट किस करवट बैठेगा अभी यह साफ़ नहीं हो पा रहा है।शह और मात के इस सियासी खेल के बीच मंगलवार का दिन काफ़ी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।(madhya pradesh letest news)
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राज्यपाल लाल जी टण्डन द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखते हुए सरकार का बहुमत साबित करने के लिए विधानसभा में सोमवार को फ्लोर टेस्ट कराने की बात कही गई थी।जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सोमवार को बजट सत्र के पहले दिन ही राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सत्र को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया।
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सोमवार शाम राज्यपाल की ओर से मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक और पत्र लिखा गया है।राज्यपाल लालजी टंडन ने अब मुख्यमंत्री कमलनाथ को मंगलवार को बहुमत साबित करने के लिए कहा है।बीजेपी ने राज्यपाल लालजी टंडन के निर्देश के मुताबिक़ फ़्लोर टेस्ट कराए जाने की मांग की थी।
सत्तारूढ़ कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफ़े के मद्देनज़र राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री को शनिवार रात को भी ये निर्देश दिया था कि वे सदन का विश्वास हासिल करें।
मध्य प्रदेश का राजनीतिक संकट अब संवैधानिक संकट में बदलता हुआ दिख रहा है क्योंकि फ़्लोर टेस्ट कराने के राज्यपाल के निर्देश की विधानसभा में तामील नहीं की गई।
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मध्यप्रदेश की मौजूदा राजनीति में मंगलवार को दिन काफ़ी अहम माना जा रहा है।क्योंकि मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी है।और राज्यपाल ने भी मुख्यमंत्री कमलनाथ को मंगलवार को हर हाल में सदन में बहुमत साबित करने का निर्देश दिया है।
अब सबसे अहम फैसला सुप्रीम कोर्ट का होगा।क्या कोर्ट राज्यपाल के आदेश को सही मानते हुए मंगलवार को ही सरकार को फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने का आदेश सुनाती है।या फ़िर सरकार को कुछ दिनों की और मोहलत देती है।बरहाल मंगलवार का दिन मध्य प्रदेश की सियासत के लिए काफ़ी अहम होने वाला है।जिसपर पूरे देश की निगाहें लगी हुईं हैं।