फतेहपुर:कोटा चयन में अराजकतत्वों ने किया बवाल,चले ईंट पत्थर.. पुलिस कर्मियों सहित दर्जन भर लोग घायल..मौक़े पर भारी पुलिस फ़ोर्स मौजूद!
- By युगान्तर प्रवाह संवाददाता
- Published 04 Jul 2019 05:30 AM
- Updated 25 Oct 2023 06:50 AM
हुसैनगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत गुरुवार दोपहर कोटा चयन के चुनाव के दौरान जमकर बवाल हो गया जिसके चलते पुलिस कर्मियों सहित कई लोग चुटहिल हो गए..पढ़े पूरी ख़बर युगान्तर प्रवाह पर।
फतेहपुर:गुरुवार दोपहर एक बार फ़िर पुलिस की भारी नाकामी उस वक़्त सामने आ गई जब कोटा चयन के चुनाव के दौरान आराजकतत्वों ने जमकर बवाल कर दिया और देखते ही देखते ईंट पत्थर चलने गए।जिसके चलते कई लोग घायल हो गए इतना ही नहीं इस दौरान पहुंची डायल 100 की गाड़ी में पहुंचे पुलिस कर्मी भी बवालियों के निशाने पर आ गए और कई पुलिस कर्मियों को भी चोंटे आ गई।तथा डायल 100 की गाड़ी को निशाना बनाते हुए अराजकतत्वों ने उस पर भी पथराव कर दिया जिससे गाड़ी के सीसे चकनाचूर हो गए।
मामला हुसैनगंज थाना क्षेत्र के मिर्जापुर भिटारी गाँव का है।जानकारी के अनुसार गुरुवार के दिन गाँव मे कोटा चयन का चुनाव गाँव के ही सरकारी प्राथमिक विद्यालय के परिसर में नोडल अधिकारियों की देख रेख में हो रहा था इस दौरान गाँव के सभी लोग वोट डालने के लिए मैदान में बैठे हुए थे।सरकारी खाद्यान्न की दुकान के चुनाव के लिए अरविंद पुत्र रामसजीवन व बब्लू पुत्र रामदयाल चुनावी मैदान में थे।दोनों पक्षों के लोग अपने अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट डाल रहे थे।लेक़िन इसी दौरान दोनों पक्षों के कुछ समर्थक आपस मे लड़ने लगे और देखते ही देखते बवाल इतना बढ़ गया कि लोगों ने एक दूसरे के ऊपर पथराव कर दिया।जिसके चलते
घटना की सूचना पर पहुंची पीआरवी की गाड़ी के ऊपर भी एक पक्ष ने पथराव कर दिया जिसके चलते चार पुलिस कर्मी भी घायल हो गए।
इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए पुलिस उपाधीक्षक कपिल देव मिश्रा ने बताया कि कोटा चयन के चुनाव दौरान दो पक्षो में पथराव हुआ है जिसके चलते एक पुलिस कर्मी सहित कुछ लोग घायल हुए।कपिलदेव ने बताया कि बवालियों की पहचान की जा रही है और सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमे की कार्यवाही की जा रही है।पुलिस उपाधीक्षक ने बताया फ़िलहाल घटना स्थल पर पुलिस तैनात है और शांति व्यवस्था कायम है।
कथित पत्रकार पर लगा बवाल भड़काने का आरोप..
इस पूरे बवाल के दौरान एक कथित पत्रकार की भूमिका सामने आई है एक पक्ष का आरोप है कि एक स्थानीय कथित पत्रकार दूसरे पक्ष से इस कोटा चयन के दौरान मौजूद था और उसी के इशारे में ही यह बवाल हुआ है।