फतेहपुर:धड़लल्ले से खदानों से जारी है ओवरलोडिंग...ट्रक मालिक आए सड़क पर..!
फतेहपुर में चालू हुई मोरम खदानों से लगातार ओवरलोडिंग जारी है..जिसके चलते जिला प्रशासन की भी भूमिका पर प्रश्नचिन्ह लगने शुरू हो गए हैं...पढ़े पूरी ख़बर युगान्तर प्रवाह पर।
फतेहपुर:अवैध खनन हो या ओवरलोडिंग खनन के इस काले कारोबार में फतेहपुर हमेसा से चर्चा मेंं रहा है।सरकार आईं और चली गईं लेक़िन खनन माफियाओं के आगे सारे नियम क़ायदे और क़ानून हमेसा ही बौने साबित हुए है। योगी आदित्यनाथ सरकार में भी अवैध खनन (Illegal mining) और ओवरलोडिंग का खेल धडल्ले से जारी है।बस फर्क इतना सा हो गया है कि थोड़ा 'सेटिंग' करना छोटे ट्रक मालिकों (अर्थात जिनके एक,दो या तीन ट्रक हैं) को मुश्किल हो गया है। जिसका नतीजा यह हुआ है कि वही छोटे ट्रक मालिक इस ओवरलोडिंग के विरोध में आ गए हैं।औऱ सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंच डीएम को ज्ञापन सौंप अपनी पीड़ा व्यक्त की।
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आपको बता दे कि ज़िले में कुल 9 खदानो का टेंडर उठा है।जिसमें अभी दो ही खदानें चालू हैं।और शेष जल्द ही चालू होने की प्रक्रिया में हैं।चालू हुईं खदानें ललौली थाना क्षेत्र की अढ़ावल खण्ड 2 औऱ अशोथर थाना क्षेत्र की रामनगर कौहन हैं।
दरअसल ओवरलोडिंग रोकने के लिए सरकार ने यह तय कर रखा है कि किसी भी खदान में तय मानक से ज़्यादा लोडिंग ट्रकों में नहीं की जाएगी।यदि किसी खदान से ओवरलोडिंग हुई तो सम्बंधित खदान के ऊपर कार्यवाही होगी।यहां तक सब ठीक है लेक़िन बावजूद इसके ट्रक दोनों ही खदानों से ओवरलोड होकर निकल रहे हैं।
खदानों में रोज होने वाले करोड़ो के 'खेल' को विस्तार से समझें...
खदानों में कैसे रोज करोडों रुपए की काली कमाई मोरम माफिया करते हैं आइये इसको समझते हैं।
सोमवार को ट्रक मालिकों द्वारा डीएम को दिए गए शिकायती पत्र के अनुसार वाहन स्वामियों से 25000, 27000 और 30000 क्रमशः दस पहिया, 12 पहिया और 14 पहिया प्रति ट्रक के हिसाब से लिया जाता है।और जो सरकारी रसीद दी जाती है वो होती है क्रमशः 4000, 5000 और 5500 की।
अब इसमें जो सबसे बड़ा खेल है वो यह है कि आपको रकम तो वही देनी पड़ेगी जो खदान मालिक ने अपनी मर्जी की सेट कर रखी है।बाकी मोरम आप अपनी मर्जी से ले सकते हैं यदि आपको पूरी फुल बॉडी लेना हो तो ले लीजिए या मानक के अनुसार अंडरलोड ले लीजिये।ये आपकी क्षमता अर्थात 'सेटिंग' पर निर्भर करता है।अब होता यह कि बड़े मोटर मालिक या जिनकी ऊपर से नीचे तक सेटिंग है वो तो पूरी फुल बॉडी मोरम लाते हैं और बेझिझक रोड में फर्राटा भरते हुए निकल जाते हैं।और जिनकी नहीं है वह चालान के भय से अंडरलोड ही लाते हैं।
ट्रक मालिकों ने क्या कहा..
जिलाधिकारी को ज्ञापन देने पहुंचे ट्रक मालिकों ने युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए कहा कि डीएम से गुहार लगाई है कि खदानों से जारी ओवरलोडिंग को तत्काल बन्द कराया जाए अन्यथा छोटे मोटर मालिक आत्महत्या को मजबूर हो जाएंगे।ट्रक मालिकों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा की सभी को खदानों से तौल कर मोरम मिले।ये न हो कि जिनकी सेटिंग है वो ओवरलोड लेकर आए और हम लोग मजबूरन चालान के डर से अंडरलोड लेकर आएं।नियम यदि लागू है तो कड़ाई से सबके ऊपर लागू हो और खदानों से ही ओवरलोड मिलना बन्द हो।
डीएम ने इस पूरे मामले पर युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए बताया कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।