
फतेहपुर:इंजीनियर हत्याकांड-कड़ी से कड़ी जोड़ ख़ुलासे की ओर बढ़ी पुलिस की टीमें..नौकरी से निकाले गए ड्राइवर से भी पूछताछ.!
थरियांव थाना क्षेत्र के बिलन्दा अतरहा मार्ग पर एकारी के समीप हुआ ज़िले का बहुचर्चित इंजीनियर हत्याकांड खुलासा में हो रही देरी के चलते चर्चा में है...पढ़े इस सनसनीखेज वारदात पर युगान्तर प्रवाह की एक औऱ रिपोर्ट।
फतेहपुर: रेलवे के दोहरीकरण के काम का सुपरविजन कर रही शिस्ट्रा कंपनी के इंजीनियर अजय कुमार की हत्या में शामिल हत्यारों को पकड़ने में अब तक पुलिस को सफलता हाँथ नहीं लग पाई है।ख़ुलासे में लगी टीमो की दिन रात की मेहनत के बावजूद हत्या के चार दिनों के बाद भी क़ातिलो के गिरेबां से पुलिस के हाँथ की दूरी से यह साफ़ हो चुका है कि इंजीनियर हत्याकांड में शामिल बदमाशों ने बड़े ही शातिराना अंदाज में एक बड़ा प्लान बनाकर इस वारदात को अंजाम दिया है।

हालांकि पुलिस सूत्रों की माने तो घटना के खुलासे में लगी टीमों को इस घटना से जुड़े हुए कई अहम सुराग अब हाँथ लग चुके हैं जिसके बाद पुलिस प्राप्त सुरागों के आधार पर कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी हुई है।सूत्रों से मिल रही जानकारियो के अनुसार पुलिस ख़ुलासे के बेहद क़रीब खड़ी है जिसके चलते पुलिस अगले एक से दो दिनों के अंदर इस हत्याकांड का खुलासा कर देगी।

घटना के बाद डर के साए में जीने को मजबूर प्लांट के अधिकारी व कर्मचारी.!
रेलवे के इंजीनियर अजय कुमार की बीते मंगलवार को हुई निर्ममतापूर्वक हत्या के बाद से जिले में डर व दहशत का माहौल व्याप्त है ख़ासकर अजय जिस जीएमआर रेलवे प्लांट में नौकरी करते थे वहां के अधिकारियों और कर्मचारियों की सहमी हुई आँखे व ख़ामोश लब अपने आप में यह बताने के लिए काफ़ी हैं कि इस सनसनीखेज वारदात का सब पर कितना गहरा असर पड़ा है।एकारी स्थिति जीएमआर प्लांट के प्रोजेक्ट मैनेजर श्रीकांत ने बताया कि इस वारदात ने यहां काम कर रहे सभी लोगों को अंदर तक हिला दिया है।हर कोई इस घटना के बाद से डरा हुआ है।उन्होंने बताया कि यहां काम कर रहे कई लोग इतना डरे हुए कि वो कह रहे हैं कि उनका तबादला किसी दूसरी जगह हो जाए तो ज्यादा ठीक है क्योंकि उन्हें अब इस प्लांट आने में बहुत डर लगता है।
एकारी प्लांट में ही पंजाब प्रांत के एक कार्यरत कर्मचारी ने बताया कि पंजाब में रह रहे उसके परिजनों को जब से इस घटना की सूचना मिली है तब से सभी लोग बहुत डर गए हैं और हमें भी वापस पंजाब बुला रहे हैं,लेक़िन नौकरी के चलते ऐसा संभव नहीं है।
