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Read More... Premanand Maharaj ji: भक्त ने सवाल किया महाराज मृत्यु भोज करना चाहिए या नहीं ! प्रेमानन्द महाराज जी ने बताई ये बात
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By Vishal Shukla
इस संसार में जिसने जन्म लिया है. उसकी मृत्यु निश्चित है हिंदू धर्म और मान्यताओं की माने तो इंसान के शरीर त्यागने के बाद उसकी आत्मा शांति व मोक्ष को लेकर कई विधि-विधान बनाए गए हैं. जिसमें से एक संस्कार तेरहवीं संस्कार यानी मृत्यु भोज (Death Feast) है. अब लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि इस भोज को पाना चाहिए या नहीं. वृंदावन वाले प्रेमानन्द महाराज जी (Premanand Maharaj ji) ने इस बारे में विशेष जानकारी दी है. Yuna-Rajkaran Love Story : रूस की यूना से Banda के राजकरण से हुई दोस्ती ! वृंदावन में कर रहे गौ सेवा, ऐसी है दोनों की लवस्टोरी
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By Vishal Shukla
मथुरा के वृंदावन में विदेशी पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है. कुछ विदेशी तो श्रीकृष्ण की भक्ति में यही लीन हो गए और सालों से यही भक्ति भाव और सेवा भाव से जुड़े हुए हैं.रूसी युवती श्री कृष्ण की भक्ति में लीन होने के लिए वृंदावन आई.यहां उसकी मुलाकात गौ सेवा करने वाले एक युवक से हो गयी. धीरे-धीरे दोस्ती प्रेम में तब्दील हो गई और फिर दोनों ने शादी कर ली और अब साथ-साथ गोवंश की सेवा करते हैं. 