कानपुर अग्निकांड : माँ बेटी की जिंदा जलकर मौत, सरकार पर लगा ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप

कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव में सोमवार को हुई अग्निकांड की घटना से सियासत तेज़ हो गई है. विपक्षी दल सरकार पर हमलावर है, सपा ने भाजपा सरकार को ब्राह्मण विरोधी कहा है.
Kanpur News : कानपुर देहात में सोमवार को हुए अग्निकांड के बाद प्रदेश में सियासत तेज़ हो गई है. विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं. समाजवादी पार्टी ने भाजपा सरकार को ब्राह्मण विरोधी बताया है.

क्या है पूरा मामला..
मृतका के बेटे शिवम द्वारा एफआईआर में दी गई जानकारी के मुताबिक, 12 फरवरी, सोमवार को दोपहर 3 बजे वह अपने माता-पिता और बहन के साथ झोपड़ी में आराम कर रहे थे. झोपड़ी के अंदर 22 बकरियां भी थीं. इस दौरान एसडीएम मैथा जानेश्वर प्रसाद, कानूनगो मैथा, ग्राम मडौली के लेखपाल अशोक सिंह, थाना रुरा के एसएचओ दिनेश कुमार गौतम अपने 12 से 15 पुरुष-महिला सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचे. इनके साथ दीपक नामक जेसीबी ड्राइवर भी मौजूद था.
शिवम का आरोप है कि उनके माता-पिता और बहन को बिना सचेत किए ही झोपड़ी को गिरा दिया गया. शिवम का दावा है कि लेखपाल अशोक सिंह द्वारा आग लगवा दी गई और एसडीएम मैथा द्वारा कहा गया कि ‘आग लगा दो झोपड़ी में, कोई बचने न पाए.’ शिवम के अनुसार, किसी तरह से वह आग से बाहर निकले तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें पीटा और फिर से आग के हवाले करने की कोशिश की. इस हादसे में शिवम की मां और बहन की मौत हो गई जबकि उनके पिता बुरी तरह से झुलस गए.शिवम ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.