Chaitra Navratri 2022:ग्रहों के योग से चैत्र नवरात्रि में इन दो राशियों की बदलेगी क़िस्मत
- By युगान्तर प्रवाह संवाददाता
- Published 30 Mar 2022 04:11 PM
- Updated 05 Oct 2023 10:57 PM
चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से शुरू होंगे और इसका समापन 11 अप्रैल 2022 को होगा.इस मौक़े पर ग्रह नक्षत्रों के बन रहे योग से दो राशियों की क़िस्मत बदलने वाली है. Chaitra navratri 2022 special story
Chaitra navratri 2022:चैत्र नवरात्र का पवित्र त्योहार 2 अप्रैल से शुरू हो रहा है. 11 अप्रैल को इस महाव्रत का समापन होगा. इस मौक़े पर आदिशक्ति मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विशेष पूजा अर्चना की जाती है.
इन दो राशियों की चमक सकती है क़िस्मत..
चैत्र नवरात्रि में शनि और मंगल ग्रह का मकर राशि में गोचर होने जा रहा है. इन दोनों ग्रहों को एक-दूसरे का शत्रु माना जाता है. जहां एक ओर ग्रहों का यह गोचर कुछ राशियों के लिए अशुभ साबित होगा वहीं, मेष और कुंभ राशि के लोगों के लिए यह गोचर काफी शुभ साबित होगा. जो लोग इस दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा-अर्चना करेंगे, उन्हें राशियों के इस गोचर का पूरा लाभ मिलेगा. Chaitra Navratra 2022
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त..
कलश स्थापना के लिए 2 अप्रैल को सुबह 6:22 मिनट से 8:31 मिनट तक शुभ मुहूर्त है. इसके बाद दोपहर 12 से 12:50 बजे तक दूसरा मुहूर्त है.पंचांग के मुताबिक चैत्र नवरात्रि के दौरान रवि योग, सर्वार्थ सिद्घि योग और रवि पुष्प नक्षत्र के शुभ संयोग बन रहे हैं. Chaitra Navratri 2022 Kalash Sthapana Shubh Muhurat
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सर्वार्थ सिद्घि योग का संबंध मां लक्ष्मी से है.इस योग में किए गए कार्य शुभ परिणाम देते हैं. उन्होंने बताया कि इस नवरात्र मंगल और शनि एक साथ रहेंगे.शनि-मंगल के इस योग से पराक्रम में वृद्धि होगी.
इस नवरात्र माता घोड़े पर सवार होकर आएंगी. ऐसे में अस्थिरता, तनाव, दुर्घटना, भूकंप आदि की स्थिति उत्पन्न होती है.इसलिए इस नवरात्र पर माता का पूजन-अर्चन क्षमा प्रार्थना के साथ किया जाना आवश्यक है.इससे मां दुर्गा की कृपा बनी रहेगी.
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