Himachal-Kangda
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Read More... Kangda Bajreshwari Shaktipeeth: 'बज्रेश्वरी देवी' शक्तिपीठ के दर्शन का जानिए पौराणिक महत्व
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By Vishal Shukla
Kangda Bajreshwari Shaktipeeth: हिमाचल को देवभूमि कहा जाता है. यहां देवी माता के कई शक्तिपीठ हैं. माता सती के मृत देह के अंग जिस स्थान पर गिरे वह शक्तिपीठ बन गया. कांगड़ा जिले के नगरकोट धाम में बज्रेश्वरी देवी शक्तिपीठ है. यहां माता सती का दाहिना वक्ष गिरा था. इस शक्तिपीठ में मां तीन पिंडियों के रूप में हैं. बज्रेश्वरी के दर्शन मात्र से ही भक्तों के सारे दुख अपने आप दूर हो जाते हैं. Kangda Jwala Devi Shaktipith: जानिए कांगड़ा में माँ 'ज्वाला देवी' शक्तिपीठ का पौराणिक महत्व ! मन्दिर में जलती रहती है अलौकिक दिव्य ज्योत
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By Vishal Shukla
आदिशक्ति माता के 51 शक्तिपीठों के दर्शन का विशेष महत्व है. इन्हीं में से एक सिद्ध शक्तिपीठ हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में भी है, यह शक्तिपीठ ज्वाला देवी के नाम से विख्यात है. यहां माता सती की जिह्वा गिरी थी. यहां तबसे मन्दिर में बिना घी,तेल और बाती के ज्वाला जलती आ रही है, इस ज्वाला देवी मंदिर में 9 ज्वालाएं जलती है. आजतक वैज्ञानिक भी हैरान है कि इस तरह से ज्योत कैसे जल रही है. नवरात्रि के दिनों में इस मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है.इन ज्योत के दर्शन से इच्छा पूर्ण होती है. 