कमलेश तिवारी हत्याकांड:हत्या के पीछे कौन..क्या पैग़म्बर पर दिया गया विवादित बयान बना नृशंस हत्या की वजह..!

शुक्रवार को दिन दहाड़े लखनऊ में हुई हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के पीछे किसका हाँथ है।पुलिस इसकी बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है।मुख्यमंत्री योगी ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है...पढ़े कमलेश तिवारी हत्यकांड पर युगान्तर प्रवाह की फॉलोअप रिपोर्ट।
लखनऊ:मुसलमानो के ऊपर विवादित बयान देने के चलते चर्चा में रहने वाले हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की दिन दहाड़े उनके ही कार्यालय में घुसकर नृशंस हत्या क्यों हुई।इस समय ये सवाल हर किसी के जेहन में चल रहा है।तिवारी की हत्या ने लखनऊ ही नहीं उत्तर प्रदेश के साथ साथ पूरे देश मे तनाव जैसे हालात पैदा कर दिए हैं।

कमलेश तिवारी का असली नाम लक्ष्मी कान्त है वे सीतापुर के रहने वाले थे।1997 में उन्होंने सीतापुर में मुस्लिम भारत छोड़ो आंदोलन चलाया था।जिसको लेकर उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी।जेल से छूटने के बाद वो हिंदू महासभा में शामिल हो गए थे।उसके बाद वो हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष भी बने।उनकी पत्नी किरण भी हिन्दू महासभा के लिए काम करती हैं।फिलहाल वो लखनऊ में रह रहे थे। 2017 में विधानसभा चुनाव से पहले कमलेश तिवारी ने हिंदू समाज पार्टी का गठन किया था। जिसका समर्थन प्रवीण तोगड़िया ने भी किया था। कमलेश अयोध्या में राम मंदिर के लिए आंदोलन भी चला रहे थे।
कमलेश तिवारी(kamlesh tiwari) की मौत को लेकर फतवे जारी हुए। बिजनौर के जामा मस्जिद के इमाम मौलाना अनवरुल हक और मुफ्ती नईम कासमी ने कमलेश तिवारी का सिर काटने वाले को 51 लाख रुपए का इनाम देने का एलान किया।यही मौलाना अनवरुल खुद एक महिला से रेप करते हुए रंगे हाथ पकड़ा भी गया।